महराजगंज, रायबरेली। प्रसूता का फर्श पर दर्द से तड़पते व सीएचसी के चिकित्सक का तीमारदारों से अभद्रता करने के वायरल वीडियो मामले में सीएमओ जहां कान में तेल डालें बैठे थे वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने महज़ समाचार पत्रों की खबर को संज्ञान लेकर बड़ी कार्रवाई की है। स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर सीएचसी अधीक्षक को हटाकर प्रकरण में जांच बैठा दी गई है।
मामला सीएचसी महाराजगंज का है। यहां बीती 28 मई को प्रसव पीड़ा से तड़पती एक महिला पहुंची थी। महिला को स्ट्रेचर न मिलने पर वह फर्श पर तड़पती रही जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। बाद में परिजनों ने हंगामा किया तो सीएचसी के चिकित्सक डॉक्टर पियूष सिंह ने मरीज़ों से अभद्रता की थी।
समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सीएमओ को जांच के निर्देश दिए थे। निर्देश के मुताबिक सीएचसी में बदहाल स्वास्थ्य सेवा व अभद्रता करने वाले चिकित्सक के खिलाफ जांच होनी थी। सीएमओ इस पूरे मामले में चुप्पी साधे थे।
बृजेश पाठक ने दोबारा जब अपने सोशल मीडिया के वेरीफाइड अकाउंट से इसकी जानकारी दी तब सीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र सिंह ने आनन फानन कार्रवाई करते हुए अधीक्षक डॉक्टर राधा कृष्णन को हटाकर डॉक्टर एसपी सिंह को तैनात किया है।
दरअसल इस मामले को सीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र सिंह निपटाने की जुगत में थे। इसी लिए प्रत्यक्षदर्शी के लिखित बयान देने के बाद भी सीएचसी अधीक्षक ने सीएमओ दफ्तर में ले जाकर बयान लेने की जगह उससे सादे कागज पर दस्तखत कराया था। अधीक्षक द्वारा जांच प्रभावित करने पर स्वास्थ्य मंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए अधीक्षक को हटाने व पुनः जांच के आदेश दिए।
पदोन्नति के बाद भी सीएचसी का मोह नहीं छूटा
साढ़े छः वर्षों से सीएचसी में अधीक्षक रहे डॉ राधाकृष्णा का तीन वर्ष पूर्व एसीएमओ पद पर पदोन्नति हुई। पदोन्नति होने के बाद भी सेटिंग गेटिंग कर डा राधा कृष्णा अधीक्षक के पद पर बने रहे।अपनी ऊंची पहुंच का रौब गांठने वाले अधीक्षक तैनाती के बाद से ही सुर्खियों में रहे।
एक दर्जन से अधिक मामले सुर्खियों में आने के बाद भी विभागीय अधिकारी कार्यवाही करने से कतराते रहे। एक ही सीएचसी में वर्षों से जमे होने के बाद भी अधीक्षक रहे डॉ राधाकृष्णा स्वास्थ्य सेवाएं न सुधार सके।
डिप्टी सीएम के आदेश पर प्रकरण की दोबारा जांच शुरू
स्वास्थ्य मंत्री ने प्रकरण में दोबारा जांच के निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने पुनः जांच एसीएमओ डॉ अरविंद के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए हैं। मंगलवार की दोपहर सीएचसी पहुंचे एसीएमओ ने स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की। उसके बाद प्रसूता की ससुराल बछरावां पहुंचे प्रसूता गायत्री के बयान दर्ज किए।इस दौरान अधीक्षक रहे डॉ राधाकृष्णा बराबर जांच टीम के साथ बने रहे। ऐसे में निष्पक्ष जांच होने पर लोगों ने शंका जाहिर की है।
- अशोक यादव एडवोकेट