हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 – जसवां-परागपुर सीट बीजेपी की बिक्रम सिंह जीते।
जसवां-परागपुर सीट पर बीजेपी के बिक्रम सिंह मैदान में हैं। बीजेपी यहां हैट्रिक मारने के लिए बेताब है। वहीं कांग्रेस ने सुरेंदर सिंह मनकोटिया को कैंडीडेट बनाया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने साहिल चौहान को बीजेपी और कांग्रेस का खेल तमाम करने के लिए रणक्षेत्र में उतारा है। इतना ही नहीं बहुजन समाज पार्टी से प्रेम सिंह, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कैप्टन संजय पाराशर और इंडिपेंडेट कैंडिडेट मुकेश ठाकुर ने नामांकन दाखिल किया है।
बता दें कि साल 2012 से जसवां-परागपुर से एमएलए जयराम ठाकुर सरकार में उद्योग एवं परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं। बीजेपी ने बिक्रम पर भरोसा कर लगातार तीसरी बार इस सीट पर काबिज होना चाहती है। वहीं, कांग्रेस की कोशिश है कि वो जसवां-परागपुर सीट से हार के सूखे को कम कर सके। वहीं दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी अपने कैंडिडेट साहिल चौहान के जीत का दावा कर रही है।
जसवां-परागपुर असेंबली सीट के वोटरों पर डालते हैं एक नज़र…
यहां पर कुल वोटरों की संख्या 79,856 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 40,808 है। वहीं महिला वोटरों की संख्या 39,008 है।
जसवां-परागपुर असेंबली सीट
कुल वोटर – 79,856
पुरुष मतदाता – 40,848
महिला वोटर – 39,008
वर्ष 2017 में जसवां- परागपुर असेंबली सीट पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के बिक्रम सिंह ने कांग्रेसी उम्मीदवार सुरिंदर सिंह मनकोटिया को 1862 वोटों से परास्त किया था। बिक्रम सिंह को 23,583 मत मिले थे। बिक्रम को मिला ये वोट प्रतिशत कुल पड़े वोटों का 46.31 रहा था। वहीं सुरिंदर सिंह मनकोटिया को 21,721 मत मिले थे, जो कुल मतों का 42.65 फीसदी था।
साल 2012 में जसवां-परागपुर असेंबली सीट पर बीजेपी उम्मीदवार बिक्रम सिंह को जीत मिली थी। बिक्रम को 22,000 मत मिले थे, जो प्रतिशत के लिहाज से कुल पड़े वोटों के 46.90 थे। वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेसी कैंडिडेट निखिल कुमार थे। निखिल को 15,907 मत मिले थे। कांग्रेस प्रत्याशी को कुल पड़े मतों का 33.91 फीसदी वोट मिला था।
जसवां-परागपुर सीट पर जातीय समीकरण की बात करें, तो इस ग्रामीण विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। यहां करीब 25 फीसदी अनुसूचित जाति के वोटर्स हैं। उसके बाद राजपूत वोटर्स हैं, जो चुनाव को प्रभावित करते हैं। वहीं 2 फीसदी के आसपास मुस्लिम वोटर्स हैं।
अब जानते हैं कि जसवां-परागपुर सीट उतरे चुनाव वीरों की ताकत पर…
जसवां-परागपुर सीट उतरे चुनाव वीरों की ताकत
बीजेपी से बिक्रम सिंह मैदान में
क्षेत्र में लोकप्रियता का लेवल हाई
साल 2012 से लगातार विधायक
जयराम सरकार में रह चुके हैं कैबिनेट मंत्री
एमएलए सीट से हैट्रिक मारने को बेताब
कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंदर सिंह मनकोटिया
2017 में विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर थे
कांग्रेस पार्टी का भरपूर सहयोग
जुझारू नेता और पब्लिक में लोकप्रिय
आप उम्मीदवार साहिल चौहान
आप के जुझारू और संघर्षशील नेता हैं साहिल
जनता की समस्याओं को लेकर आक्रामक
जनता में बना रहे हैं तेजी से पैठ
गौर करें तो साल 2008 से अस्तित्व में आई जसवां-परागपुर विधानसभा सीट पर साल 2012 से बीजेपी का कब्जा है। मगर यहां की जनता पानी और सड़क की समस्या को लेकर बेहाल रहती है। यहां प्रचुर मात्रा में सिंचाई के भी साधन नहीं हैं। इस मुद्दे को भुनाने वाले प्रत्याशी को लाभ हो सकता है, वहीं बीजेपी को झटका लग सकता है।
यहां का परागपुर अपनी ऐतिहासिक विरासत के लिए खास तौर पर दुनिया भर में जाना जाता है। यह पर भारत पहला हेरिटेज गाँव है। यहां काफी संख्या में पर्यटक आते हैं।