यात्रियों को दिया जा रहा नि:शुल्क भोजन और पानी
राकेश कुमार अग्रवाल
93 टर्मिनेटिंग ट्रेनों और 05 पासिंग ट्रेनों के माध्यम से उत्तर मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर लगभग एक लाख 33000 कामगारों को उत्तर मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर लाया गया।
इन 93 ट्रेनों को उत्तर मध्य रेलवे के सोनभद्र (01 ट्रेन), प्रयागराज जंक्शन (33 ट्रेन), फतेहपुर (05 ट्रेन), एटा(01 ट्रेन), इटावा (01 ट्रेन) , अलीगढ़ (02 ट्रेन) , कानपुर (14 ट्रेनें), आगरा कैंट (06 ट्रेनें), ग्वालियर (09 ट्रेनें), उरई (03 ट्रेनें), बांदा (07 ट्रेन), छतरपुर (06 ट्रेन), मिर्जापुर (03 ट्रेनें) और टीकमगढ़ (02 ट्रेन) से लाया गया।
अकेले प्रयागराज जं. पर ही विभिन्न राज्यों से आने वाली 33 श्रमिक विशेष ट्रेनों से 47135 व्यक्तियों को वापस लाया गया।
आने वाली ट्रेनों में साबरमती, सूरत, अहमदाबाद, पालनपुर, गोधरा, वीरमगाम, मेहसाणा, मोरबी, अंजार, नवसारी, दाहोद , वडोदरा, सुरेंद्रनगर, कन्हानगढ़, कुरनूल, अंकलेश्वर, बेंगलुरु, पुणे, नई दिल्ली, रेवाडी, रोहतक, गुड़गांव, फिरोजपुर, लुधियाना, थिविम, कोपरगाँव, जोधपुर आदि शहरों से कामगारों को लाया गया है।
आज 978 और 1000 यात्रियों के लिए दादरी से औरंगाबाद और सासाराम के लिए दो आउटगोइंग रेलगाड़ियाँ, 656 और 1000 यात्रियों के लिए दो गाड़ियों से दनकौर से बक्सर और सिवान के लिए तथा झाँसी से गोरखपुर तक लगभग 2400 यात्रियों की निकासी के लिए दो आउटगोइंग ट्रेनें चलाई गईं । इनके साथ ही उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कुल 09 आउटगोइंग श्रमिक विशेष गाड़ियों द्वारा लगभग 10000 प्रवासियों और अन्य फंसे हुए व्यक्तियों की निकासी की व्यवस्था की गई है।
उत्तर मध्य रेलवे ने अपने स्टेशनों पर नि:शुल्क भोजन, पैकेज्ड फूड, बिस्कुट, पानी आदि की व्यवस्था भी की गई है।