12 बच्चों को बाल तस्करी से कराया मुक्त

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रिपोर्ट – राजकुमार गुप्ता

बिहार: अररिया (30जून2021) कैलाश सत्यार्थी कि संस्था बचपन बचाओ आंदोलन को सूचना मिली की बस के द्वारा अररिया जिला बिहार से बच्चों को बाल श्रम के प्रयोजन से दिल्ली ले जाया जा रहा है ऐसी सूचना मिलने पर सूर्य प्रताप मिश्रा स्टेट कोऑर्डिनेटर उत्तर प्रदेश- बचपन बचाओ आंदोलन ने तुरंत डीसीपी – क्राइम लखनऊ प्रमोद कुमार तिवारी , जिला अधिकारी लखनऊ और जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वेश पांडेय को लिखित पत्र लिख कर त्वरित कार्यवाही करने की मांग की और अपने पत्र के माध्यम से यह भी अवगत कराया कि किशोर न्याय ( बालको की देख रेख वा संरक्षण) अधिनियम ,2015 की धारा 2(14) के तहत बाल श्रम, बाल तस्करी में संलिप्त बच्चे देखरेख व संरक्षण की श्रेणी में आते है और उनको रेस्क्यू कर यात्रा का समय छोड़ कर 24 घंटे के अंदर बाल कल्याण समिति को प्रस्तुत करने का सुझाव दिया ,डीसीपी क्राइम और जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देशन में AHTU, डीसीपीयू , चाइल्ड लाइन ने तत्काल कार्यवाही करते हुए 12 बच्चो को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति को प्रस्तुत किया और बच्चों को आश्रय दिलाया गया और आगे की कार्यवाही की जा रही है ।

सूर्य प्रताप मिश्रा ने बताया की बच्चे राष्ट्र की धरोहर होते है और लोगों से आग्रह किया की किसी होटलों, ढाबो, दुकानों और अन्य वस्तुओं का उत्पादन बालश्रम कराकर यदि किया जाता है तो कृपया उन वस्तुओं का उपयोग करना बन कर दे ताकि बच्चो को बाल श्रम के चंगुल से निकाल कर उन्हें स्कूल में दाखिला दिलाया जाए और सम्मलित प्रयासो से बच्चों का भविष्य सुरक्षित और उज्वला बनाया जाए ।

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