अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में 25 घंटे के बाद शुरू होने जा रही 14 कोसी परिक्रमा को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियों को ओके कर दिया है। कुछ ही घंटे में लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचने लगेंगे। और इस मेले में शामिल होंगे।
धार्मिक मान्यता है कि 14 कोसी परिक्रमा यानी 42 किलोमीटर की परिक्रमा को पूरा करने पर अगले सात जन्मों का पुण्य प्राप्त होता है। यह अत्यंत प्राचीन और ऐतिहासिक परिक्रमा आयोजन आज भी अपनी परंपरा के मुताबिक होता रहा है।
अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है लेकिन पिछले 2 वर्षों से कोरोना के कारण अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण की कार्य की प्रगति के साथ अयोध्या आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या पर गहरा असर पड़ा था, लेकिन धीरे-धीरे जहां भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है।
वहीँ इस कार्य को देखने के लिए लाखों लोग प्रतिदिन अयोध्या पहुंच रहे हैं इसके साथ ही अयोध्या में शुरू होने वाले कार्तिक परिक्रमा मेला में भी इस बार कई लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।
जिला प्रशासन का दावा है कि आने वाले श्रद्धालुओं को बिना किसी सुविधा की इस पूरे परिक्रमा मेरा को संपन्न कराया जाएगा इसके लिए जनपद के सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है। लेकिन इस बार का कार्तिक परिक्रमा मेला अयोध्या प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
दरअसल 1 नवंबर को रात 12:48 से 14 कोसी परिक्रमा शुरू होगी जो 24 घंटे अनवरत चलती रहेगी। इसके बाद 4 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी के मौके पर पंचकोसी परिक्रमा होगी जो पूरे दिन चलती रहेगी। इसके बाद 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा स्नान का पर्व होगा।
अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा, पंचकोशी परिक्रमा व कार्तिक पूर्णिमा स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए शासन के निर्देश पर अयोध्या की सांसद, विधायक व मेयर के साथ जिलाधिकारी, मंडलायुक्त, डीआईजी, एसएसपी सहित सभी विभागों के अधिकारियों के साथ आज परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया।
इस दौरान कई स्थानों पर मिली कमियोंं को संबंधित विभागों को जमकर फटकार भी लगाई 10 घंटों के अंदर परिक्रमा मार्ग व्यवस्था को पूरा करने का निर्देश दिया है। तो ही पूरे परिक्रमा मेलाा को विशेष जोन के तहत परिक्रमा की सुरक्षा व्यवस्था बनाई जा रही है।
- मनोज तिवारी