झाँसी से लखनऊ तक की ‘’निर्भीक कदम’’ पदयात्रा का शानदार आगाज़

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झलकारी और लक्ष्मीबाई की विरासत बढ़ाएंगे वीरांगना वाहिनी बनाएँगे उषा विश्वकर्मा

झाँसी-लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कई जिलो से आई सैकड़ों महिलाओं व लड़कियों ने रेड ब्रिगेड (लखनऊ की संस्था ) और एकता महिला मंच के आवाह्न पर पहली महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू की जयंती राष्ट्रीय महिला दिवस (13 फरवरी) को झलकारी बाई के जन्म स्थान भोजला गांव झांसी से ‘‘निर्भीक कदम’’ 350 किलोमीटर की पदयात्रा का शानदार आग़ाज़ किया।

पदयात्रा पाँच ज़िलों के दो सौ से अधिक गाँव से होकर जाएगी। झलकारी बाई के तीसरे पीढ़ी के परिवार के वरिष्ठ सदस्य मंगल सिंह ने पदयात्रा की अगुवाई कर रही उषा विश्वकर्मा को तिरंगा झंडा देकर रवाना किया पद यात्रा 2 मार्च को सरोजिनी नाएडू की निर्वाण स्थली, लखनऊ तक जाएगी।

पदयात्रा में झाँसी में सैकड़ो महिलाओ ने भाग ले कर उत्साह के साथ झलकारी बाई , लक्ष्मी बाई, सरोजिनी नायडू को याद करते हुए नया भारत बनाने का संकल्प लिया। यात्रा में करीब 35 लड़कियां महिलाएं पूरी यात्रा में चल रही है और सैकड़ो संस्था कुछ हिस्सों के लिए शामिल होंगी|

इसके पहले गाँव में सभा का आयोजन हुआ झलकारी बाई, सरोजिनी नायडू और महारानी लक्ष्मीबाई को नमन् कर वक्ताओं ने कहा कि यात्रा संदेश दे रही है कि अंग्रेजी राज्य / अंग्रेजी व्यवस्थाओ ने दुनिया के सामने समृद्ध देश को इतना बरबाद कर दिया कि आजादी के पचहतर साल बाद भी वह पूरी तरह अपना स्वाभिमान ,अपना स्थान, अपनी समृद्धि नहीं पा सका है।

भयानक गरीबी है, बेरोजगारी हैं, इन्साफ नहीं है, इज्जत नहीं है, डर है, बैचेनी है। सभी भुगत रहे हैं। औरतें ज्यादा भुगत रही है क्यूंकि उन्हें परिवार को भी बचाने की ज्यादा फ़िक्र होती है। घर में आखिरी रोटी औरत की होती है – यह भारत का संस्कार है – ताकत है।

पदयात्रा संदेश दे रही है कि देश में इतनी सारी समस्याएं बनी हुई है और बढ़ रही है – तो यह नेतृत्व का संकट है। नए विचारो, नए आदमी औरतों लड़कियों लड़कों व जनता को आगे आना होगा ताकि इन समस्याओं का समाधान हो।

पदयात्रियो का मानना है कि हर एक लड़की और लड़के को 18 वर्ष कि उम्र पर ही पक्की (सरकारी) नौकरी का अधिकार मिलना चाहिए, ताकि उनको कभी गरीबी का शिकार ना बनना पड़े, वे राष्ट्र की उन्नति में 18 वर्ष की आयु से ही योगदान दे सके। यात्रा यह भी संदेश दे रही है कि सभी लड़कियों कि पूरी पढाई का पूरा खर्चा सरकार को देना चाहिए और सभी लड़कियों को आत्म रक्षा का प्रशिक्षण देना चाहिए।

उषा विश्वकर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यात्रा पूर्ण होने के बाद वीरांगना वाहिनी के स्थापना के लिए लखनऊ – कानपुर – झाँसी में सम्मेलन व शिविर किये जाएँगे। वीरांगना वाहिनी अन्याय के खिलाफ लड़कियों को संगठित करेगी और नया भारत बनाने की दिशा में काम करेगी। गांव में कोई भूखा ना सोये इस के लिए भी कार्यक्रम लेगी और नया भारत बनाने के संदेश को आगे बढ़ा रहे है।।

लड़कियों, औरतों से अपील किया कि वे आगे आएं। देश को नए नेतृत्व, नए विचारों नए तरीको की जरुरत है, नए संगठनो / संगठित शक्ति की जरुरत है। वीरांगना वाहिनी उस दिशा में एक ठोस सशक्त कदम है। आओ आगे आ कर मिलजुल कर एक नए समाज, नए देश, नए राष्ट्र को बनाने का सपना देखें और साकार करें। वाहिनी को आगे लाओ, समय दो, समर्थन दो, सहयोग दो।

जिस घर में औरत की थाली में एक भी रोटी होती है उसमे कोई भूखा नहीं सोता। औरत पहले परिवार का हित देखती है फिर अपना। इसी भावना से औरतों , लड़कियों, लड़कों सब आगे आओ गाँव में कोई भूंखा न सोए। वीरांगना वाहिनी को इसके लिए तैयार करें।

सभा को गांधीवादी राम धीरज, अर्चना गुप्ता, सुभाष चंद्र लहरी, बलवान सिंह यादव, ब्रजेन्द्र सिंह यादव, धनश्याम दास, नरेंद्र झा, पवन सिंह यादव, चार बार की गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी एथलीक सुफियान आदि लोगों ने सम्बोधित कर यात्रा का समर्थन और स्वागत किया। सभा का संचालन मोहन लाल सिंगारिया ने किया और पदयात्रियों का स्वागत झलकारी बाई के वंशजों और गाँव के गणमान्य लोगों ने किया।

पदयात्रा का नेतृत्व रेड ब्रिगेड लखनऊ से आई उषा विश्वकर्मा, रूफिना,तारा और लक्ष्मी के साथ अर्चना गुप्ता, आशा राजपूत, सीमा कुशवाहा, नरेंद्र झा, मेवा, तारा, मोहन लाल सिंगारिया, निधि सेठ, साधना, अंजू कुशवाहा, लाली कुशवाहा, नीरज सिंह, उर्मिला, प्रियंका, कृष्णावती, मानसी, अनुपमा, महेंद्र राठौर, राजकुमार गुप्ता, बृजेश, आलोक सहित सैकड़ों लोग यात्रा दल में शामिल है।

पदयात्रा “निर्भीक कदम” महारानी झलकारी बाई के ग्राम भोजला से प्रारंभ होकर यात्रा गणेश चौराहे से दतिया गेट होते हुए सिद्धेश्वर मंदिर से होते हुए एलाइट पर स्वागत किया गया।

उसके बाद रानी लक्ष्मी बाई पार्क के पास स्थित महारानी झलकारी बाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं स्वागत का कार्यक्रम के बाद झांसी महारानी के दुर्ग पर पुष्पांजलि अर्पित कर दोपहर 3 बजे रानी लक्ष्मीबाई पार्क पर पहले दिन की यात्रा समापन होकर अगले पड़ाव पर रवाना हुआ।

राजकुमार गुप्ता

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