कौशम्बी | मंझनपुर थाना क्षेत्र के असकरनपुर मगरोहनी गांव में एक निर्माणाधीन घर की कच्ची दीवार गिरने से माँ बेटी घायल हो गई है। हादसा रविवार की सुबह उस समय हुआ जब परिवार की महिलाये घर में अंदर खाना खा रही थी। हादसे में बाद स्थानीय लोगो ने दीवार में मलबे में दबी माँ बेटी को निकल जिला अस्पताल में भर्ती कराया। डाक्टर के अनुसार महिला और उसके बेटी के सर, हाथ, पैर, व पसलियों में चोट लगी है।
मिली जानकारी के अनुसार असकरनपुर मगरोहनी गांव की दलित बस्ती में दयाराम नीव खोद कर कच्ची दीवाल को पक्की करने की तैयारी कर रहा था। निर्माणाधीन घर के अंदर घर की महिलाये व् बच्चे सुबह 11 बजे खाना खा रहे थे। अचानक मकान की कच्ची दीवार नमी के चलते भरभरा कर गिर गई। जिसमे मलबे में दयाराम की पत्नी स्वेता व् उनकी बेटी नन्ही दब गई। चीख पुकार सुन स्थानीय लोगो ने पुलिस को सूचना देकर मलबे में दबे माँ बेटी को बाहर निकल अस्पताल पहुंचाया।
जिला अस्पताल के डाक्टर विजय केसरवानी ने बताया, स्वेता 35 वर्ष व् नन्ही 5 वर्ष को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों के सर, हाथ, पैर व् पसलियों में चोट लगी है। घायलों की हालत इलाज के दौरान स्थिर बनी हुयी है।
हादसे में पुलिस को सूचना दिए जाने में बाद भी वह समय से मौके पर नहीं पहुंच सकी। इलाज में देरी होता देख कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने अपने निजी वाहन से घायलों को अस्पताल लेकर पहुंच गए। अस्पताल में उन्होंने डाक्टरों से वार्ता का घायलों का इलाज सुनिश्चित कराया। जिला अध्यक्ष की दरियादिली की गांव के खासी चर्चा हो रही है।
जिला अध्यक्ष कांग्रेस अरुण विद्यार्थी ने बताया, वह गांव की ओर से जा रहे थे अचानक भीड़ और चीख पुकार सुन रुके। देखा घायल महिला और उनकी बेटी तड़प रहे है। उन्होंने पुलिस व् एम्बुलेंस को फोन पर सूचना दी, लेकिन आधा घंटे से अधिक का समय बीतने पर भी पुलिस व् एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी। इलाज को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
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