और जब जेसीबी से काम कराने का ग्रामीणों ने किया विरोध

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रिपोर्ट – संदीप कुमार फिजा

लालगंज (रायबरेली) – एक ओर सरकार मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार देने के निर्देश दे रही है तो दूसरी ओर अधिकारी अपनी मनमानी कर खामियों के छिपाने के लिए रात के अंधेरे में जेसीबी से कार्य कराने में जुटे हैं। ऐसा ही एक मामला खजुरगांव में सामने आया है। जब रात में जेसीबी से गौशाला का समतली करण कराया जा रहा था। गा्रमीणों ने मशीन का घेराव का खुदाई का काम बंद करा दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि मनरेगा के तहत मजदूरों से काम कराया जाए ताकि लोगों को रोजगार मिल सके और उनके घरों के बुझे चूल्हे जल सकें। हंगामे की जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और जिम्मेदारों से फोन पर वार्ता की। इस पर खंड विकास अधिकारी ने सफाई देते हुए कहा कि यह काम मनरेगा से नही राज्यवित्त से हो रहा है जिसमें जेसीबी से काम कराया जा सकता है। ग्रामीणों का कहना था कि जब सब काम सही तरीके से कराया जा रहा है तो रात के अंधेरे में काम कराने की क्या जरूरत थी। उसे दिन के उजाले में भी कराया जा सकता था। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि गंगा ग्राम होने के चलते खजुरगांव में गंगामैदान, खेल मैदान, शौचालय आदि निर्माण की यदि सही से जांच करा ली जाए तो बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है।

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