राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड (महोबा)। लाॅकडाउन गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों पर बहुत भारी पड रहा है। चिकित्सा सुविधाओं के ठप होने एवं आवागमन को रोक दिए जाने के चलते नगर के कम से कम तीन कैंसर पीडितों ने उपचार के अभाव में दम तोड दिया है।
गौरतलब है कि कैंसर रोग तेजी से जडें जमाता जा रहा है. बडी संख्या में नगर के विभिन्न प्रकार के कैंसर से जूझ रहे मरीजों का कानपुर, लखनऊ, मुम्बई और दिल्ली के बडे चिकित्सा संस्थानों में इलाज चल रहा है। हाल ही में नगर के एक वयोवृद्ध इंजीनियर का मुंह के कैंसर से, चमरदा के एक मुस्लिम चचा की ४० वर्षीय बहू का लीवर में कैंसर होने एवं एक मुस्लिम शिक्षक का कैंसर से जूझते हुए निधन हो गया, तीनों मृतक मुस्लिम हैं, बडे महानगरों एवं विशेषकर कैंसर जैसे रोगों की दवायें भी यहां नहीं मिलती हैं. ऐसे में बीमारी और विकराल रूप लेती गई। आखिरकार असमय तीनों कैंसर पीडित जीवन की जंग हार बैठे. नगर में बडी संख्या ऐसे पीडितों की भी है जिनका उपचार चल रहा है लेकिन वे कैंसर के फालोअप के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं. लाकडाउन ने गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को तो भगवान भरोसे छोड दिया है।