उत्तर मध्य रेलवे ने माल लदान के लिए 15 गुड्स शेड किए चिह्नित

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राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। उत्तर मध्य रेलवे ने माल लदान को 2024 तक दुगना करने के लक्ष्य के दृष्टिगत पारंपरिक वस्तुओं की लोडिंग बढ़ाने और गैर-थोक वस्तुओं के क्षेत्र मे अपना हिस्से को बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं। इस दिशा में बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन और गुड्स शेड में सुधार के लिए १५ गुड्स शेड चिन्हित किए गए हैं।

गुड्स शेड में माल लोडिंग की बुनियादी सुविधाओं और उपयोगकर्ता सुविधाओं में सुधार के लिए बेहतर सड़क संपर्क, लोडिंग / अनलोडिंग के लिए अतिरिक्त लाइनें, वेयरहाउसिंग क्षेत्र में सुधार, सतह में सुधार के काम, जल निकासी में सुधार, बेहतर विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था, हाई मास्ट लाइटों का प्रावधान, बेहतर पेयजल सुविधाएं, व्यापारियों और मजदूरों के कक्षों में सुधार, शौचालय और सभी गूड्स शेड के लिए अन्य वांछित सुधार कार्य प्रस्तावित हैं। इसके तहत शामिल किए गए कार्यों की मात्रा के आधार पर इन मदों को 15 दिनों के समय में तत्काल कार्य में और शेष बड़े सुधार कार्य अगले तीन महीनों में पूरा करने के लिए वर्गीकृत कर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

सुधार के लिए नामित गुड्स शेड्स में चिन्हित कार्यों की प्रभावी निगरानी के लिए, भारतीय रेल की महत्वपूर्ण वस्तुओं की निगरानी के लिए बनाये गये ऑनलाइन पोर्टल ई-दृष्टि पर एक समर्पित लिंक बनाया गया है। ई-दृष्टि पोर्टल के माध्यम से कार्य निष्पादन एजेंसियों को नियमित प्रगति की रिपोर्ट, लक्षित तारीखें और कार्य के पहले तथा बाद की तस्वीरों द्वारा सूचित करने के लिए निर्देशित किया गया है।

आवश्यक सुधार के लिए चिन्हित शेडों में झांसी मंडल के रायरू और भीमसेन गुड्स शेड, प्रयागराज मंडल के चुनार, मिर्जापुर, नैनी/प्रयागराज छिवकी, फतेहपुर, कानपुर सेंट्रल, पनकी धाम, इटावा, मैनपुरी और अलीगढ़ तथा आगरा मंडल के यमुना ब्रिज, कोसी कलां, मथुरा जंक्शन, और कुबेरपुर गुड्स शेड शामिल हैं।

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