पत्रकारों पर हुए हमले में पुलिस का अभ्युक्तो को बचाना पड़ा भारी
फतेहपुर– ईमानदार पुलिस अधीक्षक ने जब पत्रकारों पर हुए हमलों का मामला अपने संज्ञान में लिया तो कुछ पुलिस के लोगो को इसमे दोषी पाया गया, इस मामले को संज्ञान में लेते हुए उन लोगों का तबादला कर दिया गया। सूत्रों की माने तो तथाकथित पत्रकार एवं तथाकथित सपा नेता को इनका संरक्षण प्राप्त था। एक मुकामी ढाबे पर यह दलाली करते और परेशान व्यक्तियों से सौदा करते है। यह दलाल अवसर वादी है जब बसपा की सरकार बनी तो उसके हुए जब सपा की सरकार बनी तो खुद को पत्रकार बताने लगे। मिली जानकारी के अनुसार, गरीब, मज़लूम, बेसहारा लोगो को फसाते है उसके बाद जो इनके सहयोगी और सहयोगी पुलिस के जरिए दबाव डालते है, बताते चले कि फतेहपुर की सदर कोतवाली के एक एस आई जो कि लोगो को डरा धमका कर दहशत बनाते है फिर वही फ़र्ज़ी पत्रकार और सबइंस्पेक्टर मिलकर लोगों से पैसे की लेंन देंन का कार्य करते है। पहले मामले को बड़ा बनाते हैं जब रिश्वत मिल जाती है तो मामले को दबा देते। जब पत्रकारों पर हमले होते तो यह अपने दलालों के माध्यम से पैसा लेते। दलालों के माध्यम से एक ढाबे पर इसकी डील होती फिर मामला रफा दफा।
जब यह मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आया तो पुलिस अधीक्षक ने उस सबइंस्पेक्टर का तबादला कही दूर कर दिया।
सूत्रों की माने तो पुलिस अधीक्षक ने सभी थानों में सख्त निर्देश दिए है कि कोई भी पुलिस कर्मी या पुलिस अधिकारी कोतवाली में गलत कार्य, दबंगई, लोगों पर दबाव बनाकर रिश्वत खोरी नहीं करेगा दोषी पाए जाने पर उस पुलिस अधिकारी पर कार्यवाही की जायेगी।