एसजेएस में ‘कोरोना संक्रमण से रोकथाम’ विषय पर कार्यशाला आयोजित
रिपोर्टर – शिवा मौर्य
रायबरेली – कोविड के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम सही मास्क के चुनाव, सेनेटाइजर के सही इस्तेमाल और व्यक्तिगत डिस्टेंसिंग के जरिये ही हो सकती है। कपड़े के मास्क की बजाय सर्जिकल मास्क का ही प्रयोग करे और हर छह घंटे बाद मास्क बदल लें तभी कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है। उक्त विचार एसजेएस में ‘कोविड से रोकथाम’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में प्रिवेंटिव मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर सुमित कुमार दुबे ने व्यक्त किए।
ढकते सुमित ने कहा कि सेनेटाइजर का सही प्रयोग करना भी जरूरी है। हथेली की बजाय उंगलियों को अच्छी तरह सैनेटाइज़ करे क्योंकि उंगलियों से लोग अक्सर आंख और नाक को छूते है जिससे संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।
डॉक्टर सुमित कुमार दुबे ने ग्लव्स ना पहनने की सलाह दी है। उनका कहना है कि ग्लव्स को इधर उधर रख देने से संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।उन्होंने कहा कि कपड़े का मास्क बिल्कुल इस्तेमाल मत करिए। ये संक्रमण रोकने में मददगार नही है। सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल करें और मुंह को अच्छी तरह ढककर ही रखे। नाक अगर खुली है तो मास्क लगाने का कोई मतलब नही है।
इस अवसर पर एसजेएस ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन रमेश बहादुर सिंह ने कहा कि सरकार की जो भी गाइडलाइन्स है उनका पालन करके कोरोना से बचा जा सकता है। आरोग्य सेतु ऐप और आयुष कवच ऐप सभी डाउनलोड कर ले और सरकार के निर्देशों का पालन करें।
प्रधानाचार्य डॉक्टर बीना तिवारी ने बताया कि एसजेएस में कोविड 19 के प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।उन्होंने सभी छात्र और अभिभावकों से अपील किया कि मास्क का प्रयोग करे और उचित दूरी बनाए रखे ताकि कोरोना को मात दी जा सके। उन्होंने डॉक्टर सुमित कुमार दुबे का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सही जानकारी ही कोरोना के संक्रमण से बचा सकती है।
कार्यशाला में कोविड 19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कुछ चुनिंदा शिक्षक और स्टाफ ने प्रतिभाग किया।