सोने और चांदी में लंबी रैली के बाद बड़ी गिरावट आ गई है. मंगलवार को चांदी में 9 फीसदी का लोअर सर्किट लगा और यह 8460 रुपये टूटकर 66934 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ. वहीं, आज भी यह करीब 6000 रुपये टूटकर 60910 रुपये पर आ गया. जबकि पिछले हफ्ते चांदी 76 हजार का स्तर पार कर गया था. वहीं सोने में भी मंगलवार को 3017 रुपये की बड़ी गिरावट रही और यह 51929 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. वहीं, आज यह करीब 1900 रुपये कमजोर होकर 49955 रुपये पर आ गया. 2 दिन में बड़ा झटका लगने के बाद अब निवेशक सोने और चांदी में पैसा लगाने को लेकर कनफ्यूज हैं. वहीं पुराने निवेशक और गिरावट की आशंका से डरे हुए हैं. एक्सपर्ट का भी कहना है कि दोनों ही मेटल में अभी कुछ और गिरावट दिख सकती है. हालांकि यहां से निवेश का अच्छा मौका बना है.
क्या कहना है एक्सपर्ट का
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि पिछले लंबे समय से सोने और चांदी में इकतरफा रैली देखी जा रही थी. करेक्शन के पहले सोने में इस साल 43 से 44 फीसदी, जबकि चांदी ने 55 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया था. ऐसे में पिछले कुछ दिनों से प्रॉफिट बुकिंग की आशंका बनी हुई थी. दूसरा मंगलवार को खबर आई कि रूस में दुनिया के पहले कोविड वैक्सीन को रेगुलेटरी मंजूरी मिल गई है. जिसके बाद से इक्विटी के सेंटीमेंट बेहतर हुए और गोल्ड में बिकवाली आई है.
कितनी और गिरावट संभव: केडिया का मानना है कि सोने और चांदी में कुछ और गिरावट आ सकती है. एक दो दिन में सोना 49000 रुपये और चांदी 62000 रुपये तक कमजोर हो सकती है.
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट, रिसर्च (कमोडिटी एंड करंसी) अनुज गुप्ता का भी माननास है कि यह गिरावट प्रॉफिट बुकिंग है. इस साल दोनों मेटल में हाई रिटर्न पाने के बाद ट्रेडर्स ने बिकवाली की है. इंटरनेशनल स्तर पर भी सोने और चांदी में गिरावट आई है. उनका कहना है कि नए निवेशकों के लिए यह बेहतर मौका है. कुछ और गिरावट संभव है, जिसके बाद से निवेश के मौके बनेंगे.
कितनी और गिरावट संभव: अनुज गुप्ता का मानना है कि एक दो दिन में सोना 48000 रुपये और चांदी 62000 रुपये तक कमजोर हो सकती है.