मानकों को रख दिया ताक पर, गरीबों को भोकाल दिखाकर ढहवा दी गईं दुकानें व घर
कुलपहाड़ ( महोबा ) । झांसी- मिर्जापुर के चौडीकरण व सुदृढीकरण के नाम पर अधिकारी व ठेकेदार खेल खेलने में लगे हैं। गरीबों की दुकानों व घरों को अधिकारियों ने भोकाल दिखाकर ढहवा दिया है। जबकि अन्य लोगों का मामला आया तो एनएच के मानक बदल गए हैं। जिससे राठ – महोबा मार्ग पर बसे बाशिन्दे व दुकानदार खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
गौरतलब है कि एनएच के चौडीकरण को लेकर एन एच अधिकारियों और ठेकेदार ने मिलकर दुकानों व घरों पर इतने निशान लगाए कि उनके प्रतिष्ठान काले लाल पेंट से रंग गए हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से पत्रकारों को बताया था कि गैस गोदाम से लेकर पीताम्बरा मैरिज गार्डन तक डिवाइडर के दाईं और बायीं दोनों ओर दस दस मीटर सडक चौडी सीसी रोड बनना है। राठ मार्ग से चौडीकरण के लिए घर और दुकानों का डंडे की दम पर ध्वस्तीकरण भी शुरु कर दिया गया। लेकिन जब बस स्टेंड पर स्थित घर और दुकानों को इसी मानक पर रखने की बात आई तो एनएच अभियंता और ठेकेदार समझौते पर उतर आए।
एक ओर नगर में अधिकारियों की मनमानी से दर्जनों लोग बेघर हो गए हैं। कोरोना काल ने लोगों को पहले से तबाह कर रखा था ऐसे में एनएच अभियंताओं की अंधेरगर्दी ने कोढ में खाज पैदा की स्थिति पैदा कर दी है।
टौरियापुरा से लेकर पीताम्बरा मैरिज गार्डन तक सड़क के दोनों ओर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कार्यवाही की है। जिसमें नगर में तीन बार एनएच द्वारा अलग अलग तरीके से निशान लगाए गए थे। दिलीप यादव ने आरोप लगाया कि एन एच रोड पर बसी पुरानी बस्ती लगभग 100 मीटर के दायरे पर मकान मालिकों को नोटिस जारी नहीं किए गए थे बिना नोटिस दिए यह कार्यवाही मनमाने तरीके से की है। जिसके लिए एनएच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। तथा जिन लोगों के मकान ढहा दिए गए,उन लोगों के नुकसान की भरपाई भी होना चाहिए।