गत वर्ष के मुकाबले अगस्त माह में ४०००० टन ज्यादा माल लदान हुआ
राकेश कुमार अग्रवाल
झांसी । उमरे ने इस बार माल लदान में शानदार उपलब्धि हासिल की है। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज, झांसी और आगरा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड -19 की स्थिति, ट्रेन परिचालन में संरक्षा, माल लदान, बीडीयू द्वारा किए गए कार्यों और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की।
संरक्षा की समीक्षा करते हुए महाप्रबंधक महोदय ने कहा कि संरक्षित ट्रेन संचालन की निर्धारित प्रक्रियाओं में किसी भी स्तर पर शॉर्टकट की अनुमति नहीं है। परिचालन से जुड़ी प्रक्रियाओं के आडिट का निर्देश महाप्रबंधक महोदय ने दिया और कहा कि यार्डों, साइडिंगों एवं लोडिंग स्थलों आदि में शंटिग प्रक्रिया का मंडलीय अधिकारियों द्वारा आडिट किया जाए और मिली कमियों पर तत्काल कार्यवाही करते हुये निराकरण किया जाये।
महाप्रबंधक ने TXR स्टाफ के रिकॉर्ड कीपिंग, टूल्स, उपकरणों , मैनपावर आदि के आडिट के निर्देश दिए, ताकि मार्ग के परीक्षण बिंदुओं को और सुदृढ़ करने के लिए वांछित संसाधनों की पहचान की जा सके और उनका समयबद्ध तरीके से बढ़ाया जा सके।
उन्होंने बताया कि कोविड -19 संकट के बावजूद, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले साल की तुलना में जुलाई और अगस्त, 2020 में बेहतर माल लदान किया है। अगस्त -20 में 12.7 मिलियन टन माल की लोडिंग कर अगस्त -19 की तुलना में 40000 टन माल अधिक लदान किया है। कुशल ट्रेन संचालन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुये उत्तर मध्य रेलवे ने अगस्त -20 में मालगाड़ियों की औसत गति 47.42 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की जो अगस्त -19 में दर्ज 23.29 किलोमीटर प्रति घंटे से दुगनी से अधिक (104%) है।
माल लदान प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए, महाप्रबंधक श्री चौधरी ने नए व्यापार लाने और परंपरागत ट्रैफ़िक की मात्रा बढ़ाने के लिए डिवीजनों और मुख्यालय के बीडीयू की सराहना की । इसी क्रम में कोविड – 19 के फल स्वरूप यात्री सेवाओं के कम संचालन के दृष्टिगत राजस्व के अंतर को समाप्त करने के उद्देश्य से उत्तर मध्य रेलवे में प्रतिदिन 01 करोड़ के अतिरिक्त माललदान के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर कार्य किया जा रहा है। महाप्रबंधक ने मण्डलों और सभी विभागों को इस दिशा में समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिये।
उत्तर मध्य रेलवे में बीडीयू अपने प्रयासों तथा मौजूदा और भावी माल ग्राहकों के साथ नियमित संपर्क द्वारा नया व्यापार लाने में सफलता प्राप्त की हैं। स्टेशन टू स्टेशन (एसटीएस) रियायती दर रेलवे की एक महत्वपूर्ण पहल है जो कि निर्धारित मूल और गंतव्य स्टेशनों के बीच इंक्रीमेंटल और निर्दिष्ट वस्तुओं के नए यातायात के लिए माल भाड़े में 30% तक रियायत प्रदान करती है। उत्तर मध्य रेलवे ने दतिया, डबरा, एटा, खेरली और रायरू से नए और इंक्रीमेंटल यातायात के लिए स्टेशन से स्टेशन (एसटीएस) रियायती मालभाड़ा दरों को अंतिम रूप दिया है। इसी तरह ललितपुर, हाथरस किला, कबरई, मथुरा सीपीसी कानपुर और पनकीधाम के एसटीएस प्रस्तावों को बहुत जल्द अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है, जिससे माल लदान में और तेजी आएगी।