गजब हो गया! डिग्री होम्योपैथ इलाज की, चलाते मिले एलोपैथ का अस्पताल
डलमऊ (रायबरेली)। एसडीएम सविता यादव के नेतृत्व में टीम ने शनिवार को कस्बे में संचालित निजी क्लीनकों पर छापेमारी की। इस दौरान होम्योपैथी की डिग्री वाले एलोपैथ का अस्पताल चलाते मिले। संचालक को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया। मानक के विपरीत संचालित ब्लड कलेक्शन सेंटर में एसडीएम में ताला लगवा दिया।
एसडीएम सविता यादव व सीएचसी प्रभारी विनोद सिंह चौहान की संयुक्त टीम ने शनिवार को सबसे पहले डलमऊ रोड स्थित स्वरित मेडिकल स्टोर, गौर क्लीनिक तथा त्रिपाठी क्लीनिक की जांच की। स्वरित मेडिकल स्टोर में संचालित गौर क्लीनिक में कई मरीज बैठे मिले। एसडीएम ने क्लीनिक संचालक से जब दस्तावेज मांगे तो पता चला की होम्योपैथिक डिग्री की आड़ में एलोपैथिक दवाओं से मरीजों का उपचार किया जा रहा था। एसडीएम ने दवाओं की जांच की। त्रिपाठी क्लीनिक में ओमीप्राजोल की एक्सपायरी दवाएं मिलीं। एसडीएम ने दोनों क्लीनिक संचालकों को नोटिस जारी किया है। एसडीएम ने दीप पैथोलॉजी में छापा मारा, जहां मानक के विपरीत सामग्री मिलने पर उसमें ताला बंद करा दिया। एसडीएम ने बताया कि तीन दिन में जवाब मांगा गया है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रायबरेली। शहर में कई दिन से छापेमारी के दौरान नर्सिंग होम संचालकों की मनमानी पकड़ में आने के बाद हड़कंप मच गया है। आईएमए भवन में शनिवार को नर्सिंग होम एसोसिएशन की बैठक बुलाई गई और चेकिंग के दौरान अधिकारियों पर अपमानजनक तरीके से व्यवहार करने का आरोप लगाया। आरोप लगाया कि गत शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने चिकित्सक के नर्सिंग होम पर अपमानजनक तरीके से काम करने का आरोप लगाया।
मीटिंग के उपरांत ये निर्णय लिया गया कि सीएमओ एवं जिलाधिकारी को संगठन अपनी भावनाओं से अवगत कराएगा। साथ ही आईएमए की एक मीटिंग आहूत की जाएगी, जिसमें संगठन के सभी सदस्यों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी जाएगी और सामूहिक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में डॉ. केएस सिंह, डॉ. गीता कुमार, डॉ. अजय श्रीवास्तव, डॉ. गीता शर्मा, डॉ. आरएस मालवीय, डॉ. एआर त्रिपाठी, डॉ. अनुपम दीक्षित, डॉ. संजय पांडेय, डॉ. तहसीन खान आदि मौजूद रहीं।
मिल एरिया थाना क्षेत्र के अमावां चौराहा स्थित भारत गैस एजेंसी में सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह की टीम ने शनिवार को छापा मारा। शिकायत मिली थी कि एजेंसी में ही भरे सिलेंडर रखे गए हैं। हालांकि आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का दावा है कि एजेंसी में मानक से अधिक भरे सिलेंडर नहीं पाए गए। छापे के दौरान संचालक को भरे गैस सिलेंडरों को शोरूम में न रखकर गोदामों में रखने के निर्देश दिए गए। शोरूम के पीछे बने कमरों में आठ से 10 सिलेंडर भरे पाए गए, जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने कार्रवाई के आदेश दिए।