हत्यारों ने मोटरसाइकिल को रोका और धारदार हथियार से कर दिया गले पर हमला अधेड़ की हुई मौके पर मौत
रिपोर्ट – दुर्गेश सिंह
डलमऊ (रायबरेली) – यह बताने की जरूरत नहीं है कि रायबरेली का क्राइम ग्राफ अपने चरम पर है। डलमऊ थाना क्षेत्र के घुरवारा पुलिस चौकी से महज 4 किलोमीटर दूर 50 वर्षीय अधेड़ प्रकाश की हत्या पहले से घात लगाए हत्यारों ने धार धार हथियार से गला काटकर कर दी शव को नहर में धकेल दिया। ग्राम हरबुतियापुर तपे तेरुखा निवासी प्रकाश उम्र लगभग 50 वर्ष अपने व्यक्तिगत काम से घुरवारा से वापस आ रहे थे उनके साथ उनका 12 वर्षीय पुत्र भी था। घात लगाए हमलावरों ने प्रकाश को रोका उसके बाद धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमले करना शुरू कर दिया जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़े हमलावर इतने पर भी नहीं रुके उन्होंने शव को नहर में धकेल दिया। मौके पर मौजूद 12 वर्षीय पुत्र हत्याकांड को देखकर सहम गया मौके से जान बचाकर भाग निकला जिससे उसकी जान बच सकी।
घुरवारा चौकी से महज 4 किलोमीटर दूर हत्याकांड
सरेशाम हुए इस हत्याकांड से समूचा इलाका दहशत में है घटनास्थल घुरवारा पुलिस चौकी से महज 4 किलोमीटर दूर स्थित है। पूरे हत्याकांड को प्लान के तहत अंजाम दिया गया क्योंकि घटनास्थल आम सड़क है जिसपर आवागमन लगातार जारी रहता है। सूत्र बताते हैं हमलावरों ने गाड़ी रोकी और धारदार हथियार से हमला करना शुरू कर दिया और मौके से भाग निकले। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है मौके पर मौजूद 12 वर्षीय मृतक का पुत्र घटना का प्रत्यक्ष गवाह है मामले की पड़ताल पुलिस कर रही है।
हत्याओं और वारदातों से थर्रा उठा है रायबरेली
जनपद की हालत यह हो गई है कि हर दूसरे तीसरे दिन वीभत्स से कांड हो रहे हैं हाल में ही लालगंज पुलिस की अभिरक्षा में हुई दलित युवक की मौत से रायबरेली पुलिस की जमकर किरकिरी हुई थी पुलिस ने अपनी भद्द पिटवाई। घटना हुए कुछ दिन ही हुए कि आज फिर लालगंज क्षेत्र में शव बरामद किए गए जिससे हड़कंप मचा हुआ है।
पुलिस विभाग भी अचरज में कैसे बढ़ता जा रहा है क्राइम ग्राफ!
पुलिस अधीक्षक रायबरेली की तमाम कोशिशें असफल हो चुकी है हालात बेहद ही नाजुक हो चले हैं। हत्या जैसी खबरें आम हो गई हैं पुलिस विभाग इस बात से सकते में है आखिर कैसे एकाएक क्राइम ग्राफ बढ़ता जा रहा है? अपराधों को अगर समझने की कोशिश करें तो बड़ा साफ है कहीं ना कहीं पुरानी रंजिश, वर्चस्व सामने निकलकर आ रहा है। क्षेत्रीय थानों में मनमानी अपने चरम पर है ईमानदार कार्यवाही के रूप में आम जनता के साथ धोखा हो रहा है संगठित अपराध तेजी से पनप रहा है। अवैध शराब की बिक्री खुलेआम है ड्रग्स का धंधा तेजी से पनप रहा है इस पर पुलिसिया कार्यवाही बेअसर है। थानों पर गरीब पीड़ित व्यक्ति न्याय की आस में रहता है लेकिन उसके साथ न्याय नहीं होता वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचता है वहां से भी खानापूर्ति की जाती है। रायबरेली का निवासी पूरी तरह से पुलिस विभाग से प्रताड़ित हो चुका है इसमें जरा भी संदेह नहीं इसकी गवाही कुछ खबरें करती हैं जो समय समय पर निकल कर सामने आ रही है। पुलिस अधीक्षक रायबरेली की जनता से फरियादियों से कितना वास्ता है उसे आसानी से परखा जा सकता है!