महोबा । जिलाधिकारी ने पदभार ग्रहण करते ही अपने तेवर दिखा दिए हैं . कोरोना के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए डीएम ने जिले के सभी मेडीकल स्टोरों का सर्दी – खांसी , जुकाम , बुखार , दमा व सांस संबंधी बीमारियों की दवाओं का क्रय – विक्रय के लेखा जोखा का रैंडम परीक्षण करने के आदेश दिए हैं .डीएम के निर्देश पर औषधि निरीक्षक आशुतोष चौबे ने आल्हा चौक स्थित मारुति मेडीकल स्टोर , ड्रग हाउस, अनुपम मेडीकल स्टोर , सत्कार मेडीकल स्टोर का निरीक्षण कर औषधियों की उपलब्धता एवं क्रय विक्रय के रिकार्ड को जांचा परखा . डी आई ने रजिस्टर में मेरा दवा का विवरण दर्ज कर प्रतिदिन ई मेल या वाटसएप के माध्यम से कार्यालय में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए . ड्रग हाउस ने गत तीन माह का बिक्री रिकार्ड उपलब्ध कराने को कहा गया ताकि क्रास चैक किया जा सके . निरीक्षण में अनुपम मेडीकल स्टोर का छह दवाओं का व ड्रग हाउस की दो दवाओं का विवरण पूरा नहीं पाया गया . इसी तरह सत्कार मेडीकल स्टोर पर नौ दवाओं का बिक्री रिकार्ड पूरा नहीं मिला . मारुति मेडीकल स्टोर ने एक दवा का क्रय बिल व तीन दवीओ का विक्रय का ब्यौरा प्रस्तुत नहीं किया . सभी दुकानों का चार दिनों के अंदर सर्दी , खांसी , बुखार से जुडी दवाओं का पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराने को निर्देशित किया गया .
जाँच में दो दवायें अधोमानक पाई गई , निर्माता व बिक्री करने वाली फर्म को नोटिस जारी
औषधि निरीक्षक द्वारा लिए गए दवाओं के सैम्पल में दो दवायें जांच में अधोमानक पाए जाने पर दवाओं की निर्माता कंपनी व बिक्री करने वाले मेडीकल स्टोर को नोटिस जारी कर तत्काल दवा की बिक्री पर रोक लगा दी गई है .औषधि निरीक्षक ने चरखारी के स्वाति मेडीकल स्टोर के निरीक्षण के दौरान कई दवाओं के सैम्पल लेकर जांच के लिए राजकीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला नें भेजा था . दवाओं की जाँच रिपोर्ट में दो दवायें रेबीसन एसआर और सनाप एसपी अधोमानक पाई गईं. दवा निर्माता कंपनी वैष्णव रेमेडीज रुडकी हरिद्वार को तत्काल दोनों दवाओं को बाजार से वापस मंगाने एवं अधोमानक दवाओं के निर्माण व बिक्री किए जाने पर स्पष्टीकरण मांगा है .