रिपोर्ट – दीपक “राही”
क्रासर – 38 ऑक्सीजन और 12 आईसीयू बेडों पर एल-2 से रेफरल मरीज होंगे भर्ती
रायबरेली – राजीनीति और गंदी सियासत में चलने वाले कयासों पर उम्मीदों का पहला पन्ना जुड़ा जब एम्स में मरीजों को इलाज के लिए शुरू होने की औपचारिकता पूर्ण हुई । जिला कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में ऑक्सीजन की किल्लत और दो दिन के लॉक डाउन से जूझ रहा था तब डीएम वैभव श्रीवास्तव के प्रयास से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में मरीजों को इलाज शुरू होने की औपचारिकता को सोमवार का दिन गवाह बना ।आखिरकार कांग्रेस की सुप्रीमों और सांसद सोनिया गांधी के ड्रीम को पंख लगाने वाले सपा के सुप्रीमों और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा दी गई सौगात में मरीजों के भर्ती किये जाने का मुहूर्त निकल आया । जब वैदिक मंत्रोचार के बीच निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी ने फीता काटकर और उपनिदेशक द्वारा नारियल फोड़कर मरीजों को भर्ती किये जाने को अस्पताल को शुरू किए जाने की औपचारिकता पूर्ण की । जनपद में चिकित्सीय स्वास्थ्य व्यवस्था के एक नए आयाम की शुरुवात में अभी महज 38 ऑक्सीजन और 12 आईसीयू सहित कुल 50 बेडों पर इलाज मुहैया कराया जाएगा । अभी सिर्फ एल 2 से रेफरल मरीज सीएमओ की अनुमति से कोविड मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा । उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में अस्थायी ओपीडी का शुभारंभ किया गया था । उसके बाद से जिलेवासियों की उम्मीदों को उस समय झटका लगा था जब यहां बेडों की संख्या को बीजेपी सरकार ने घटाकर 650 सीमित कर दिया गया था । फिलहाल अभी भी अस्पताल में बेडों को बढ़ाये जाने के साथ ही अन्य संसाधनों के बजट के साथ ही जरूरी स्टॉफ की तैनाती के बाद ही इस संस्थान को पर लग सकेंगे यह अभी विधानसभा चुनाव के पहले महज सपना प्रतीत होता है । निदेशक अरविंद राजवंशी ने बताया कि जो भी मरीज यहां दाखिल होंगे उनके सभी तरीके के टेस्ट और उपचार मौजूद हैै । मरीजों को खाने से लेकर ऑक्सीजन तक की व्यवस्था है । यदि किसी की मृत्यु होगी तो बॉडी के लिए एडवांस मर्चुरी मौजूद है । डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ मिलते ही और बेडों को भी बढ़ाया जाएगा । इस मौके पर उपनिदेशक प्रो एसके सिंह, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ला, एकेडमिक इंचार्ज प्रो नीरज कुमारी, डॉ श्रुति गुप्ता, नोडल इंचार्ज डॉ नीरज श्रीवास्तव, सीएमओ डॉ वीरेंद्र सिंह, डॉ शिवेश आचार्य आदि मौजूद रहे ।