बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना का काम जोरों पर

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रिपोर्ट – मातादीन प्रजापति

इचौली(हमीरपुर) बुंदेलखंड के लिए सबसे बड़ी सौगात बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना में बन रही सड़क पर 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कार्य पूरा करके यूपीडा को पूरा करके देना है ।

इस लिए यह काम अधीकृत कम्पनी काम जोरो पर कर रही है।इसमें चाहे किसान की जमीन अधिकृत हो या न हो वह वहां पर भी काम कर रहे है जिन किसानों की भूमि अभी तक अधिग्रहण नही की गई है न ही बैनामा हुई है।इसी क्रम में ग्राम इचौली व गुसियारी के किसानों ने आज एक्सप्रेसवे का काम बंद करा दिया है।

गुसियारी निवासी किसान जमीरउद्दीन, हिलालुद्दीन, मेराजुद्दीन व इचौली निवासी किसान योगेंद्र कुमार, राजेश कुमार, पुत्रगण कृष्ण कुमार, शैलेन्द्र कुमार पुत्र विजय प्रकाश, लक्ष्मी देवी पत्नी विजय प्रकाश, ओमप्रकाश पुत्र कृष्ण प्रसाद आदि ने आज मौके पर जाकर काम बंद करा दिया। इस पर ठेकेदार के कर्मचारी आर एल कनौजिया ने अपने उच्चाधिकारियों को सूचना दी जिस पर इचौली लेखपाल कैलास साहू व गुसियारी लेखपाल साजन मौके पर पहुंचे और किसानों की बात तहसीलदार मौदहा रामानुज शुक्ला की फोन पर बात कराई जिस पर किसानों ने कहा कि कई बार जिलाधिकारी महोदय, विशेष भूमि अध्यप्ती अधिकारी तथा आयुक्त महोदय को अपत्ती देने के बावजूद आज तक उन आपत्तियों का निस्तारण नहीं हुआ और ना ही अभी तक अधिग्रहण के संबंध में कोई भी लिखित दस्तावेज मिला है हमारी जमीन को हमसे बिना बताए कैसे अधिग्रहण कर लिया गया जिसका हमे अभी तक पैसा भी नही मिला है इसके लिये हमें लिखित में आदेश तथा आपत्तियों का निस्तारण चाहिए जिस पर तहसीलदार ने कहा कि अधिग्रहण की सूचना आपको दी जा चुकी थी और आपके मुवावजे की राशि ट्रेजरी में जमा है ।कल आपको जमीन अधिग्रहण के कागज कल मिल जाएंगे । इस पर किसानों ने कहा कि हमारी जमीन मटौंध कपसा मार्ग से लगी हुई है जिसकी पुष्टि संबंधित लेखपाल के द्वारा कि गई है हमे उसी सर्किल रेट का मुवावजा चाहिए। और जब तक हम लोगो को हमारे पैसे व कागज नही मिल जाते हम काम नही करने देंगे।जिस पर तहसीलदार ने किसानों को आश्वासन दिया कि कल में आपके कागज मै स्वंय देने आऊंगा ।आप लोग काम न बन्द कराए लेकिन किसान नही माने और मौके पर काम बंद करा दिया है।

गौरतलब हो कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 फरवरी 2020 को चित्रकूट में रखी थी। 15000 करोड़ की भारी भरकम लागत से बनने जा रहे 296 किमी लम्बे इस एक्सप्रेसवे में चार रेलवे ओवरब्रिज,14 बड़े पल,268 छोटे पुल, 18 फ्लाई ओवर, 214 अंडर पास, व सात रैम्प प्लाजा बनेंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को रिकार्ड 3 साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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