यूपी में ‘एस’ एमपी में ‘नो’

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निर्मोही अखाड़ा तिराहे पर पाइप डालकर रोका रास्ता आषाढी अमावस्या

यूपी में करिए दर्शन तो एमपी में लगा कोरोना कर्फ्यू

  • एमपी में गुरूवार की दोपहर से शनिवार की सुबह तक लगा कोरोना कर्फयू, यूपी में एक मंदिर में 50 लोगों की छूट
  • एमपी ने सीमाएं कर दी लाॅक, बाहर से आने वालों को होगी दिक्कत
  • मंदिरों के संचालक भी हुए परेशान, दुकानदारों में निराशा की लहर

संदीप रिछारिया

धर्मक्षेत्र। एमपी प्रशासन ने एक बार फिर भगवान कामदगिरि के भक्तों को गुड दिखाकर ईंटा मारा है। गुरूवार की सुबह लाउडस्पीकर के जरिए मुनादी करवा दी कि इस बार की अमावस्या में भी दो दिन का कोरोना कर्फयू रहेगा। इसी के साथ निर्मोंही अखाड़ा तिराहे पर बड़े -बड़े पाइप डालकर रास्ते को बंद कर दिया गया। एमपी प्रशासन की इस कार्यवाही के बाद संतों, पुजारियों व दुकानदारों में दुख की लहर है। इधर यूपी प्रशासन ने अमावस्या पर एक मंदिर में 50 लोगों के रहने की अनुमति के साथ ही लोगों को भगवान के दर्शन व श्रीकामदगिरि की परिक्रमा करने की अनुमति प्रदान की है।

पिछले कई दिनों से स्थानीय लोगों को आशा थी कि एमपी प्रशासन द्वारा इस लाकडाउन या कोरोना कर्फयू नही रखा जाएगा, जिससे इस बार की अमावस्या में लोग आराम से निर्विध्नता के साथ दर्शन कर सकेंगे। इससे स्थानीय दुकानदारों को भी फायदा होगा। लेकिन ऐसा हुआ नही इस बार फिर मप्र प्रशासन ने दो दिनों के लिए कोरोना कर्फयू लगा दिया है। जिससे संतों व दुकानदारों में भारी निराशा है। कामतानाथ प्रमुख द्वार के संत मदन गोपाल दास जी महराज ने कहा कि प्रशासन को कोरोना गाइड लाइन के पालन के साथ भक्तों के लिए दर्शन खोलना चाहिए था।

वीवीआईपी के कारण लगाया कर्फ्यू

स्थानीय लोगों का कहना है कि चित्रकूट में इन दिनों आरएसएस का शिविर चल रहा है। इसमें भाग लेने के लिए बड़े लोग आए हैं। इसके कारण से चित्रकूट में हर जगह पुलिस लगाई गई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ही इस बार प्रशासन ने कोरोना कर्फयू लगाया गया है। इससे स्थानीय दुकानदारों के व्यवसाय व मंदिरों के चढावे पर काफी असर पड़ेगा।

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