अनपढ़ दाई बनी एएनएम, प्रसव के दौरान आये दिन होती रहती है जच्चा- बच्चा की मौत

11

बिग ब्रेकिंग..

आये दिन जच्चा- बच्चा की मौत से बौखलाए एक परिजन ने जिलाधिकारी से लेकर सीएम तक की थी शिकायत।

दर्जन भर से अधिक हुई मौत में विभागीय जांच में निकला सबकुछ “ऑल इस द वेल”

मोटी रकम लेकर भ्रूण हत्या की घटना को भी दाई अंजना देवी आये दिन देती रहती है अंजाम।  
प्रसव कराने में पांच से लेकर दस हजार तक लेती है दाई रुपया, एएनएम, पीएचसी प्रभारी व सीएमओ को हिस्सा देने की कहती है बात।

एएनएम सेंटर से कुछ दूर एएनएम द्वारा घर बना लेने से वह ज्यादातर रहती है अपने घर, सेंटर का दायित्व संभालती है अनपढ़ दाई।

गर्भपात कराने का महफूज स्थल बना पीएचसी सुखपालनगर के अंतर्गत पूरे खुशई मोहनगंज स्थित उपकेंद्र।

साफ-सफाई करते-करते फरेबी अनपढ़ दाई अंजना देवी निवासी सिटकहा मोहनगंज प्रसव पीड़िता परिजनों को बताती है अपने आपको नर्स।

गुमराह कर प्रसव पीड़िताओं की कराती है प्रसव, नासमझी में अब तक जाती रही है जच्चा- बच्चा की जान।

हालताज में क्षेत्रीय एक और नवजात बच्ची की प्रसव के दौरान हुई मौत, परिजनों में रहा काफी आक्रोश।

क्षेत्रीय लोगों का मानना है कि पीएचसी प्रभारी को उक्त घटनाओं की है जानकारी पर व्यवस्था पाने से साधे रहते है चुप्पी।

बड़ा सवाल आखिर कब तक शासन- प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते रहेंगे विभागीय अधिकारी?

चंद रुपयों के लालच में कब तक जमीर बेंचते रहेंगे अधिकारी, आखिर कब तक मौत के गाल में समाती रहेंगे नवजात?

कब होगी अनपढ़ दाई अंजना देवी पर विभागीय कार्यवाही, कब लेगा शासन उससे हत्या, भ्रूण हत्या का हिसाब और कब से इस उपकेंद्र पर भ्रूण हत्या होगी बन्द?

विभागीय जांच में प्रकरण को दबाने व फर्जी आख्या लगाकर मामले को रफा दफा करने की कब होगी निष्पक्ष जांच?

अवैध कमाई में विभागीय अधिकारियों की कितनी है संलिप्तता आखिर कब होगी इसकी जांच, नवजात की हत्याओं में शामिल अधिकारी कब होंगे बेनकाब?

पुलिस से शिकायत के बाद पुलिस भी झाड़ लेती है अपना पल्ला, कहते है स्वास्थ्य विभाग ले प्रकरण को संज्ञान। आदेश मिलने पर हम करेंगे विधिक कार्यवाही।

Click