लालगंज रायबरेली-लालगंज के फ़ायर स्टेशन में अग्निशमन विभाग की ओर से आग से बचाव और सुरक्षा के बारे में बच्चों को जानकारी दी गई। अग्निशमन विभाग से आए सुरेंद्र चौबे मुख्य अग्निशमन अधिकारी रायबरेली और उनकी टीम ने अग्निशमन यंत्र का प्रदर्शन किया और इस्तेमाल के तरीके समझाए। उन्होंने लालगंज, डलमऊ, खीरों और सरेनी ब्लाक के बच्चों को प्रशिक्षित भी किया। यंत्रों का डेमो भी किया गया। डेमो में एक सिलिंडर का पाइप खोल कर आग लगा दिया गया। इस आग को कई तरीके से बुझाना सिखाया गया। सिलिंडर में आग लगी और एक बच्चे ने भींगें हुई बोरे से फौरन सिलिंडर के चारो ओर लपेट दिया। आग बुझ गई। अग्निशमन विभाग की ओर से तीन दिन से आग से बचाव और सुरक्षा के बारे में बच्चों को जानकारी दी जा रही थी। डेमो में एक सिलिंडर का पाइप खोल कर आग लगा दिया गया। इस आग को कई तरीके से बुझाना सिखाया गया।
पहले सिलेंडर में लगी आग को अग्निशमन यंत्र से यंत्र से बुझाया गया। इसके बाद बड़े आकार के गीले बोरे और इसके बाद प्लास्टिक की बाल्टी से आग को बुझाना सिखाया गया। प्रशिक्षण के बाद बच्चों ने भी आग को खुद बुझाया। इस प्रशिक्षण के बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई। नेहा अग्रहरि ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण और मॉक ड्रिल का उद्देश्य ही है कि लोगों में आग से भय कम हो। आग लगने पर भागने के बजाय वे दिमाग का इस्तेमाल करें और आग से खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। सुरेंद्र चौबे ने बच्चों को बताया कि आग क्या है और कैसे लगती है। इसे फैलने से कैसे रोका जा सकता है। गांव में इस दौरान सुबह नौ बजे तक खाना बना लेना चाहिए। इसी तरह शाम में छह बजे के बाद खाना बनाना चाहिए, ताकि चूल्हे की चिंगारी से आग लगने का खतरा न रहे। मॉक ड्रिल के दौरान लालगंज फायर स्टेशन प्रभारी मुकेश गिरी अशोक कुमार द्विवेदी इसरार अहमद आनंद प्रताप सिंह चालाक जितेंद्र कुमार यादव विजय शंकर मिश्रा आदि समस्त स्टाफ के लोग मौजूद रहे।
अनुज मौर्य रिपोर्ट