हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 – डलहौजी असेंबली सीट से बीजेपी के धविंदर सिंह विजयी।
हिमाचल असेंबली की डलहौजी सीट कांग्रेस की साख का सवाल बनी हुई है। यहां से एक बार फिर कांग्रेसी उम्मीदवार आशा कुमारी और बीजेपी के धविंदर सिंह में टक्कर है। बीजेपी यहां कमल खिलाने के लिए हर दांव चल रही है, वहीं आशा कुमारी एक बार जीतने का दम भर रही हैं। वहीं अबकी बार आम आदमी पार्टी ने मनीष सरेन को चुनावी जंग में उतारा है।
डलहौजी असेंबली सीट पर कांग्रेस की आशा कुमारी और बीजेपी के धविंदर सिंह में सीधी भिड़ंत है। साल 2017 के चुनाव में भी दोनों उम्मीदवार आमने-सामने थे। और बीजेपी यहां बहुत ही कम वोटों से हारी थी। बीजेपी इस बार अपनी जीत को लेकर और उत्साहित है। उसके पीछे की वजह ये है कि ये विधानसभा बीजेपी के कांगड़ा सांसद किशन कपूर के क्षेत्र में आती है। जहां किशन कपूर बीजेपी सांसद हैं। ऐसे में इस बार दोनों ही पार्टियां इस सीट को जीतने के लिए पूरा दमखम लगा रही हैं। वहीं आशा कुमारी अबकी बार यहां लगातार तीसरी बार जीतकर हैट्रिक बनाना चाहती हैं। साथ ही जीत का मार्जिन और बढ़ाना चाहती हैं।
बता दें कि दिग्गज कांग्रेसी नेता आशा कुमारी अपना नौवां चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि आशा कुमारी इस बार भी फतह हासिल करेंगी। वहीं, बीजेपी भी इस सीट को जीतने के लिए आक्रामक प्रचार कर रही है।
साल 2017 में हुए हिमाचल असेंबली की चुनाव में कांग्रेस की आशा कुमारी ने जीत हासिल की थी। उन्हें 48.8 फीसदी वोट मिले थे। वहीं बीजेपी के धविंदर सिंह को हार मिली थी। ठाकुर को 47.7 प्रतिशत मत मिले थे।
अब यहां के वोटरों की बात करते हैं। डलहौजी असेंबली सीट पर कुल 75,267 वोटर हैं। इनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 38,372 है। वहीं महिला वोटरों की संख्या 36,894 हैं।
डलहौजी अनारक्षित असेंबली सीट है। ये सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस की झोली में जाती रही है। यहां जाति विशेष का फैक्टर उतना कारगर नहीं है। उसकी वजह ये है कि यहां कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय स्तर की नेता हैं। वहीं बीजेपी के धविंदर सिंह राज्य स्तर के लीडर हैं।
डलहौजी से वर्ष 2012 में कांग्रेस नेता आशा कुमारी विधायक चुनी गईं थीं। उन्होंने भाजपा की रेनू कुमारी को हराया था। इस चुनाव में आशा को 25,541 वोट मिले थे। जबकि बीजेपी कैंडीडेट रेनू को 18176 वोट मिला था। तीसरे नंबर पर सीपीआई उम्मीदवार तिलक राज को 1310 वोट मिले थे। वोट शेयर के मामले में कांग्रेस को 55.38% वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर रही बीजेपी को 39.41% वोट शेयर मिला था।
अब एक नजर डालते हैं डलहौजी असेंबली सीट पर मतदाताओं की संख्या
पर…
डलहौजी असेंबली सीट पर मतदाताओं की संख्या
कुल मतदाता – 75,714
पुरुष मतदाता – 38,583
महिला वोटर – 37,131
अब जानते हैं डलहौजी सीट के प्रत्याशियों के बारे में …
कांग्रेस की आशा कुमारी राष्ट्रीय स्तर की नेता
आशा कुमारी 6 बार रह चुकी हैं विधायक
कई राज्यों की रह चुकी हैं कांग्रेस प्रभारी
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की रह चुकी हैं सदस्य
बीजेपी के धविंदर सिंह हिमाचल के बड़े नेता
साल 2017 में डलहौजी सीट पर मिली थी हार
मात्र 556 मतों से हारे थे चुनाव
विकास के मुद्दे पर लड़ रहे हैं चुनाव
आप के प्रत्याशी हैं मनीष सरेन
जुझारू कार्यकर्ता हैं मनीष
इलाके के जानेमाने बिजनेसमैन
सामाजिक कार्यों से सरोकार
डलहौजी बहुत ही आकर्षक पर्यटन स्थल है। इसे मिनी स्विटरजरलैंड कहा जाता है। अंग्रेजों ने इसे साल 1854 में बसाया और विकसित किया था। इसीलिए इसका नाम ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी के नाम पर रखा गया। यहां हर बार दिलचस्प चुनावी फाइट होती है।
डलहौजी शानदार प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। वन ट्रेल्स जंगली पहाड़ियां आकर्षण का केंद्र हैं। यहां झरने व स्प्रिंग्स हैं। यहां पर्यटक चंबा घाटी की खूबसूरती को निहारने आते हैं। धौलाधर पर्वत का नजारा देखकर लोग खुश होते हैं। हरे-भरे इलाके में चीड़, देवदार, ओक्स के पेड़ यहां की पहचान है।
लगभग दो लाख की आबादी वाले डलहौजी विधानसभा में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। चुनाव में ये मुद्दा बनता है मगर इस मुद्दे को लेकर चुनाव को गरमाया जा सकता है। बीजेपी यहां विकास का नाम लेकर वोट मांग रही है।