हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 – कुटलेहर विधानसभा सीट से कांग्रेस के दविंदर कुमार जीते।
हिमाचल असेंबली चुनाव प्रचार चरम पर है। इसी कड़ी में ऊना जिले की कुटलेहर विधानसभा सीट पर पांचवीं बार जीत के लिए बीजेपी उम्मीदवार वीरेंद्र कंवर पूरी ताक़त झोंके हुए हैं। वहीं कांग्रेस, आदमी पार्टी पार्टी और एक निर्दलीय प्रत्याशी अपने चुनाव मुहिम को सफल बनाने में जुटे हैं।
बता दें कि कुटलेहर सीट से बीजेपी के वीरेंद्र कंवर साल 2003 से लगातार विधायक हैं। इस दौरान वीरेंद्र कंवर कई विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। हाल ही में कुटलेहर में वीरेंद्र कंवर के लिए चुनाव प्रचार करने आए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पांचवीं बार चुनाव जीतने पर और बड़ा ओहदा लेने की बात कही है।
साल 2017 में कुटलेहर असेंबली सीट से बीजेपी के वीरेंद्र कंवर ने 5,606 वोटों से जीत हासिल की थी। बीजेपी वीरेंद्र कंवर को 31,101 वोट मिले थे। जो कुल पड़े वोटों का 52.52 फीसदी था। वहीं दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेसी उम्मीदवार विवेक शर्मा को 25,495 वोट मिले थे, जो कुल पड़े मतों का 43,05 फीसदी था।
वहीं साल 2012 में कुटलेहर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार वीरेंद्र कंवर ने 1,692 वोटों से जीत हासिल की थी। भाजपा के वीरेंद्र कंवर को 26,028 वोट मिले थे, जो कि पड़े मतों का 49.28 प्रतिशत था। वहीं दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस नेता राम दास को 24,336 मत मिले थे, जो कि कुल पड़े मतों का 46.08 फीसदी था।
अब एक नज़र कुटलेहर विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की मज़बूती पर..
कुटलेहर विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की मज़बूती
बीजेपी कैंडीडेट वीरेंद्र कंवर
चार बार से लगातार विधयाक हैं वीरेंद्र कंवर
कई विभागों के मंत्री रहे हैं वीरेंद्र कुंवर
बड़े नेताओं का साथ मिला है वीरेंद्र कंवर को
कांग्रेस प्रत्याशी दविंदर कुमार
स्थानीय जनता में ख़ासे लोकप्रिय
सामाजिक मुद्दों पर संवेदनशील
सोशल वर्कर हैं दविंदर कुमार
आप उम्मीदवार अनिल कुमार मनकोटिया
सोशल वर्कर हैं अनिल कुमार मनकोटिया
जुझारू और कर्मठ नेता हैं अनिल कुमार
अब बात करते हैं कुटलेहर विधानसभा सीट के मतदाताओं की … यहां पर कुल वोटरों की संख्या 86,934 है। जिनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 44,566 है। वहीं महिला वोटरों की तादाद 42,367 है।
कुटलेहर विधानसभा सीट पर कुल मतदाता
कुल वोटर – 86,934
पुरुष मतदाता – 44,566
महिला मतदाता – 42,367
वैसे तो चार बार से लगातार विधायक बन रहे बीजेपी के वीरेंद्र कंवर विकास के दावे कर रहे हैं। मगर यहां की जनता को पेयजल, सड़क, परिवहन, स्वास्थ्य और शिक्षा की समस्या बरकरार है। इसके साथ ही यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, मगर कोई बड़ा काम नहीं हुआ है। हालांकि ये मुद्दे चुनाव के बड़े मुद्दे नहीं बन पाए हैं। मगर नतीजों में फर्क करने के लिए काफी है।