- योगी सरकार ने महोबा में हर घर जल का 90 प्रतिशत से ज्यादा काम किया पूरा
-बुंदेलखंड में दिसम्बर तक हर घर तक नल से जलापूर्ति करने को राज्य सरकार का बड़ा कदम - बुंदेलखंड में महोबा की शिवहर ग्राम समूह पेयजल योजना से गांव को जलापूर्ति शुरू
- बुंदेलखंड की सबसे बड़ी पेयजल योजना का महोबा में प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव ने किया निरीक्षण, जल निगम के एमडी डॉ. बलकार सिंह भी रहे साथ
- प्रमुख सचिव ने तय समय पर काम पूरा करने के दिये सख्त निर्देश
- शिवहर ग्राम समूह पेयजल योजना से महोबा के 69 गांवों में शुरू हो रही पेयजल सप्लाई
- शिवहर के 27492 परिवारों को मिलेगा शुद्ध पेयजल, 137460 जनता सीधे होगी लाभान्वित
बुंदेलखंड की बड़ी आबादी को इसी महीने शुद्ध पेयजल का बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। योगी सरकार ने महोबा के हर घर तक नल से पेयजल की आपूर्ति की तैयारी पूरी कर ली है। वर्षों से पानी का संकट झेल रहे महोबा में जल जीवन मिशन की योजना नए आयाम स्थापित करने जा रही है।
मंगलवार को प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव और जल निगम के एमडी डॉ. बलकार सिंह ने एक के बाद एक जिले की कई योजनाओं का निरीक्षण किया। महोबा पहुंचे अफसरों ने शिवहर और लहचुरा के साथ जल जीवन मिशन की कई योजनाओं का स्थालीय निरीक्षण किया। दिसम्बर तक जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
महोबा में चरखारी विकास खंड के शिवहर गांव में ग्राम समूह पेयजल योजना बनकर तैयार हो चुकी है। माह के अंत तक योजना से 69 गांव के 27492 परिवारों तक शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। योजना से कुल 137460 जनता लाभान्वित होगी।
आल्हा-ऊदल की धरती महोबा में जल जीवन मिशन की योजना वरदान साबित हो रही है। योगी सरकार ने यहाँ घर-घर नल से जल सप्लाई शुरू कराई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री योगी स्वयं जल जीवन मिशन से प्रदेश में हो रही जल सप्लाई की निरंतर निगरानी करते रहते हैं।
प्रमुख सचिव नमामि गंगे ने किया योजना का निरीक्षण
महोबा पहुंचे प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव ने योजना का निरीक्षण किया। वो योजना स्थल पहुंचे और कार्य करा रही कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों से मिले। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से योजना की प्रगति जानी, विभिन्न विकास कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिये।
उन्होंने स्वच्छता का ध्यान रखने के साथ ढिलाई बरतने वाले अफसरों को फटकार भी लगाई। उन्होंने चेतावनी के लहजे में कहा कि हर हाल में तय समय पर गांव में पानी की सप्लाई शुरू कराई जाए। एक भी दिन योजना को विलम्बित करने वाले अफसरों के खिलाफ कार्यवाई होगी। उन्होंने कहा कि बरसात में जिन स्थानों पर पानी जमा है वहां पम्पसेट से पानी निकालकर काम पूरा किया जाए। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को विशेष रूप से आगाह किया।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव के साथ जल निगम के एमडी डॉ. बलकार सिंह, महोबा के जिलाधिकारी और विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रमुख सचिव नमामि गंगे बुधवार को हमीरपुर समेत बुंदेलखंड में चल रही अन्य कई योजनाओं का निरीक्षण करेंगे।
जब ग्रामीणों के बीच पहुंचकर उनके साथ बैठे प्रमुख सचिव
जल जीवन मिशन की योजना का निरीक्षण करते हुए प्रमुख सचिव नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव शिवहर गांव के अंदर पहुँच गए। गाड़ी से उतरकर लम्बी दूरी तय कर गांव की गलियों में पहुंचे। यहाँ महिलाओं और बच्चों से पूछा आपके यहाँ पानी आ गया है, जवाब मिला हाँ।
प्रमुख सचिव और जल निगम के एमडी डॉ. बलकार सिंह गांव के कई घरों में गए और लगे नल कनेक्शन को खुद चला कर देखा। एक एक कर गांव में महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों से मुलाक़ात की। पानी कब मिला पुछा, जवाब मिला तीन चार दिन पहले।
प्रमुख सचिव एफटीके ट्रैंनिंग कर चुकी गांव की महिलाओं से भी मिले। अपने सामने उन्होंने पानी की टेस्टिंग करा कर देखी। उन्होंने पूछा की पानी की जांच करने का महत्त्व क्या है, जवाब मिला की पानी टेस्ट करने से साफ हो जाता है, पानी में कोई समस्या होती है तो उसको दूर किया जाता है। इसी तरह प्रमुख सचिव और गांव भी पहुंचे और वहां जल सप्लाई का जायजा लिया।
हर घर नल से जल पहुंचने की गांव-गांव में ख़ुशी
बुंदेलखंड और खासतौर पर महोबा में पानी के लिए लोगों को दूर-दराज दौड़ लगानी पड़ती थी। जल जीवन मिशन की योजना शुरू होने के बाद लोगों को घरों तक नल से कनेक्शन मिले हैं। घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचने से महिलाओं को राहत मिल रही है। वो घर का कामकाज करने के साथ बच्चों की पढ़ाई में भी समय दे पा रही हैं।
महोबा के गांव-गांव में योजना से लाभान्वित लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है। 252.45 करोड़ की लागत से महोबा में शिवहर ग्राम समूह पेयजल योजना का काम लगभग पूरा हो चुका है। योजना के तहत अभी तक 12571 कनेक्शन दिये जा चुके है। बचे हुए नल कनेक्शनों का काम तेज गति से पूरा कराया जा रहा है। कार्यदायी संस्था ने कई गांव में वाटर सप्लाई का ट्रायल रन शुरू करा दिया है और शेष 65 गांव में दिसम्बर तक पेयजल उपलब्ध कराने की तैयारी है।
क्षतिग्रस्त मार्गों का तेजी से किया जा रहा सुधार
योजना के तहत विकासखंड चरखारी के शिवहर बांध में 1 इंटेकवेल का निर्माण, ग्राम उटिया में 1 डब्ल्यूटीपी का निर्माण, योजना के तहत आने वाले गांव में 8 ओवर हैड टैंक (ओएचटी), 4 सीडब्ल्यूआर निर्मित किये जा रहे हैं। हर घर तक जल पहुंचाने के लिए 172.787 किमी क्लीयर वॉटर राइजिंग मेन की आपूर्ति की जा चुकी है।
योजना के तहत अभी तक 132.265 क्लीयर वॉटर राइजिंग मेन बिछाई जा चुकी है। पाइप लाइन के कारण क्षतिग्रस्त मार्गों के सुधार के लिए 21 गांव में मार्ग मरम्मत का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। बचे हुए गांवों में मार्गों की मरम्मत का काम तेज गति से किया जा रहा है।
बुजुर्ग दम्पत्ति बोले उनको बुढ़ापे का सहारा मिल गया
शिवहर गांव के रामसरन और उनकी पत्नी वो बुजुर्ग दम्पत्ति हैं जिनके जवान बेटे को काल के क्रूर हाथों ने छीन लिया था। अब नल कनेक्शन पाकर इन बुजुर्ग दम्पत्ति को यह लग रहा है मानो उनके बुढ़ापे का सहारा मिल गया है। रामसरन की पत्नी कहती है कि बेटे का बड़ा सहारा था, वो खत्म हो गया। पानी लाने में हमारे घुटने पिराते हैं। अब पानी आ गया तो हमारी बड़ी सहायता हो गई।
नल लग जाने से हमारा मान-सम्मान अब बना रहेगा
शिवहर गांव की राजकुमारी कहती हैं कि पानी भरने बहुत दूर जाना पड़ता है। हमारे बारे में कोई नहीं सोचता है कि हमें कैसा लगेगा। कहीं पर भी भेज देते थे कि पानी भरकर लाओ। अब बाहर नल लग गया है, सहायता हो गई है। हमारा मान-सम्मान बना रहेगा, दिक्कत भी नहीं होगी।
शिवहर ग्राम समूह पेयजल योजना
कार्यदायी फर्म का नाम- एल एण्ड टी प्राइवेट लिमिटेड
योजना की स्वीकृत लागत- 252.45 करोड़
योजना में शामिल गांवों की संख्या- 69
नल कनेक्शनों की संख्या- 27492
इन्टेक वेल की संख्या 1
डब्ल्यूटीपी की संख्या 1
ओएचटी की संख्या 18
सीडब्ल्यूआर की संख्या 6
महोबा में जल जीवन मिशन की योजना-एक नज़र में
महोबा में चल रही 5 स्कीमों का 95.54 प्रतिशत काम पूरा किया गया है और यहां 126245 कुल परिवारों में से अब तक 50499 परिवारों तक टैप कनेक्शन(एफएचटीसी) पहुंचा दिये गये हैं।
परियोजना का नाम-
1 कबरई ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना
2 शिवहर ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना
3 धवर्रा सिजवाहा ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना
4 लहचुरा काशीपुरा ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना
5 सलईया नाथुपुरा ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना
बुंदेलखंड पाइप पेयजल परियोजना
- 7 शहरों (झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, महोबा) में जल जीवन मिशन की योजनाओं पर काम चल रहा है।
- दिसम्बर 2022 तक 80 प्रतिशत से अधिक घरों तक नल से कनेक्शन देने की तैयारी है।
- बुंदेलखंड क्षेत्र में 35 परियोजनाओं के तहत कुल 71 योजनाएं संचालित हैं।
- बुंदेलखंड और विंध्य में अभी तक 149805 से अधिक पूर्ण फंक्शनल हाउस होल्ड टैप कनेक्शन (एफएचटीसी ) दिये जा चुके हैं।
- योजना से 2685 ग्राम पंचायतों में रहने वाली 6372219 से अधिक जनसंख्या योजना से लाभान्वित होगी।
- बुंदेलखंड क्षेत्र में जल जीवन मिशन की परियोजनाओं के तहत 41 इंटेक वेल, 41 डब्ल्यूटीपी, 331 सीडब्ल्यूआर और 1258 ओएचटीएस हैं।
- बुंदेलखंड में टेप कनेक्शन वाल स्कूलों की संख्या 6274
(बांदा 969, महोबा 473, ललितपुर 895, झांसी 793, जालौन 1426, हमीरपुर 651, चित्रकूट 1067) - बुंदेलखंड में टेप कनेक्शन वाली आंगनबाड़ी की संख्या 6662
(बांदा 1387, महोबा 653, ललितपुर 669, झांसी 760, जालौन 1344, हमीरपुर 1124, चित्रकूट 725)
उत्तर प्रदेश एक नजर में
- यूपी में 52,78,562 घरों तक नल से पहुंचा शुद्ध पेयजल
- 15 अगस्त 2019 से पहले यूपी में 516221 (1.94 प्रतिशत) परिवारों में फंक्शनल हाउस होल्ड कनेक्शन(FHTC) थे
- जल जीवन मिशन के तहत उत्तर प्रदेश के 45 हजार से अधिक गांवों में हर घर जल का काम तेज गति से पूरा किया जा रहा है, इन गांवों में 26392810 से अधिक की जनसंख्या हर घर योजना से हुई लाभान्वित
- बच्चों के भविष्य को संवारने और उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते विभाग की योजना 103684 स्कूलों और 146968 आंगनबाड़ी केन्द्रों को नल कनेक्शन से शुद्ध पेयजल की सुविधा प्रदान कर रही है
- आर्सेनिक एवं फ्लोराइड प्रभावित 145 गांव में पाइप पेयजल की आपूर्ति का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है
- हैवी मेटल प्रभावित 370 गांवों में पाइप पेयजल का अधिकतम काम पूरा किया जा चुका है।
- दस्त, हैजा, टायफायड, मलेरिया, डेंगू, चमड़ी का कैंसर, दांतों में फ्लोरोसिस, हड्डियों का फ्लोरोसिस, किडनी में स्टोन, पाचन तंत्र का खराब होना और लीवर संबंधी बीमारियों से मिल रही मुक्ति, दांतों को लम्बा जीवन मिलने के साथ गांव के लोग त्वचा संबंधी रोग से भी छुटकारा पा रहे हैं।
रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल