हिमाचल असेंबली चुनाव में शिलाई विधानसभा सीट से कांग्रेस कैंडीडेट हर्षवर्धन चौहान को जीत मिली है। इसी कड़ी में सिरमौर जिले की शिलाई विधानसभा सीट सेसिटिंग एमएलए कांग्रेस के हर्षवर्धन चौहान के सामने बीजेपी के बलदेव सिंह, आम आदमी पार्टी के नाथू राम चौहान और राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के सुरेश कुमार किस्मत आज़मा रहे हैं।
शिलाई विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने वर्तमान विधायक हर्षवर्धन चौहान को दोबारा मौका दिया है। वहीं बीजेपी ने बलदेव सिंह पर दांव लगाया है। आप के नाथू राम और राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के सुरेश कुमार भी जोर-शोर से चुनाव मैदान में हैं।
साल 2017 में शिलाई विधानसभा सीट पर कांग्रेसपार्टी के हर्षवर्धन चौहान ने बीजेपी उम्मीदवार बलदेव सिंह को 4,125 वोट से हराया था। इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी हर्षवर्धन चौहान को 29,171 मत मिले थे, जो कुल हुए मतदान का 51.06 फीसदी था। वहीं दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी कैंडीडेट बलदेव सिंह को 25,046 वोट मिले थे। जो पोल हुए कुल मतों का 43.91 प्रतिशत था।
साल 2012 में शिलाई विधानसभा सीट से भाजपा के बलदेव सिंह ने कांग्रेस कैंडीडेट हर्षवर्धन चौहान को 1,918 वोट से हराया था। इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार बलदेव सिंह को 23,455 मत मिले थे, जो कुल हुए मतदान का 49.28 फीसदी था। वहीं दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस कैंडीडेट हर्षवर्धन को 21,537 वोट मिले थे। जो पोल हुए कुल मतों का 45.25 प्रतिशत था।
अब एक नज़र शिलाई विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की मज़बूती पर..
शिलाई विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की मज़बूती
बीजेपी कैंडिडेट बलदेव सिंह
पूर्व विधायक रह चुके हैं बलदेव सिंह
स्थानीय जनता में पॉपुलर हैं बलदेव सिंह
कांग्रेस प्रत्याशी हर्षवर्धन चौहान
तीन बार विधायक रह चुके हैं हर्षवर्धन चौहान
सदन में उपनेता हैं हर्षवर्धन चौहान
राजपूत बिरादरी में पकड़, बेदाग छवि
आप उम्मीदवार नाथूराम चौहान
समाजसेवी हैं आप के नाथू राम
सोशल इश्यू पर आक्रामक हैं नाथू राम
अब बात करते हैं शिलाईविधानसभा सीट के मतदाताओं की … यहां पर कुल वोटरों की संख्या 76,343है। जिनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 42,121 है। वहीं महिला वोटरों की तादाद 34,221 है। वहीं ट्रांसजेंडर समुदाय का एक मतदाता है।
शिलाईविधानसभा सीट पर कुल मतदाता
कुल वोटर –76,343
पुरुष मतदाता –42,121
महिला मतदाता –34,221
ट्रांसजेंडर – 1
स्थानीय मुद्दों की बात करें तो इस चुनाव में शिलाई के लोगों की मूलभूत समस्या पेयजल, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य की है। अबकी बार ये मुद्दे चुनाव में असर दिखाएंगे।