लालगंज, रायबरेली। सरेनी में शुक्रवार को हिंदी साहित्य के पुरोधा आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के पैतृक गांव दौलतपुर में आयोजित द्विवेदी मेले में देश के ख्याति प्राप्त साहित्यकारों का जमावड़ा लगा विद्वानों ने दौलतपुर की मिट्टी को माथे पर लगाया डॉ अमिता दुबे ने कहा कि भाग्यशाली हूं जो दौलतपुर आने का मौका मिला आचार्य द्विवेदी वरिष्ठ सृजनशील रचनाकार थे।
उन्होंने नए साल में ढल रही हिंदी को नया आयाम दिया और अनुशासित किया गुलनाज बेगम ने कहा कि दिवेदी जी दूरदर्शी थे जिन्होंने राजनीतिक सामाजिक व आर्थिक परिस्थितियों पर संपत्ति शास्त्र लिखा था।
अच्छे नामदेव ने कहा कि दौलतपुर की माटी महान है जहां आचार्य श्री ने साहित्य की साधना की संजीव कुमार ने कहा कि महावीर प्रसाद द्विवेदी की धरती तीर्थ से कम नहीं है यहां आकर मैं धन्य हो गया।
डॉक्टर सुमन फूलारानी द्विवेदी जी को हिंदी की बगिया का माली हिंदी का संसार बताया मेले को श्रीकृष्ण ने भी संबोधित किया आभार पुष्पराज सिंह ने व्यक्त किया इस मौके पर पूर्व प्राचार्य अरुण सिंह पूर्व प्रधान राम बहादुर सिंह गुड्डू सिंह विनय शुक्ला बाबू शंकर राम बोधन सिंह महेश प्रताप सिंह राजू तिवारी अरुण बाजपेई देवेश साहू आदि थे।
रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा