नाला सफाई कर ग्रामीणों ने ब्लाक प्रमुख को पत्र सौंपा

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  • नाला निर्माण न होने से राजातालाब में बीमारी फैलने की आशंका
  • आराजीलाईन ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि डॉ. महेंद्र सिंह पटेल ने आश्वासन दिया
  • एक सप्ताह के अंदर नाला निर्माण शुरू कराने का दिलाया भरोसा

    वाराणसी। राजातालाब क्षेत्र के राजातालाब गल्ला मंडी बाजार स्थित मुख्य नाला की दस वर्षों से साफ-सफाई नहीं होने से क्षुब्ध ग्रामीणों ने गुरूवार को नाले की खुद साफ-सफाई कर गांधीगिरी की।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि दस वर्षों से इस नाला की सफाई और मरम्मत नहीं हुई थी। कई बार इसकी शिकायत ग्राम प्रधान, ब्लाक प्रमुख, ज़िला पंचायत सदस्य, विधायक सहित विभागीय अधिकारियों से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कचनार राजातालाब और रानी बाजार गाँव की कुल आबादी लगभग बीस हजार से अधिक है।

चिराग़ तले अंधेरा

तहसील, ब्लाक और थाना यही अवस्थित हैं के बावजूद हमेशा से इस क्षेत्र की अनदेखी की गई है। गांव के सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि दस वर्षों से इस नाले की सफाई नहीं हुई है, जिससे गांव में संक्रामक बीमारियां फैल चुकी हैं।

इस नाले की साफ-सफाई के बाबत कई बार ग्राम प्रधान व विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

क्षेत्र के कचनार गाँव पंचक्रोशी मार्ग, जक्खिनी रोड व ला कालेज रोड के नाले का अवजल व कचड़ा निकासी नही होने से यहाँ गंदगी और अवजल की भरमार है. इस वजह से क्षेत्र वासियों को नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।

नाला के पानी की निकासी का समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण अवजल न केवल सड़कों पर जमा हो रहा है, बल्कि संगम तालाब, आवासों और खेतों में भी प्रवेश कर जा रहा है।

इसके प्रति स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि उदासीन बने हुए है. इससे दिन प्रतिदिन क्षेत्र वासियों को मुश्किलें बढ़ती जा रही है. एनएच 19 से ला कालेज की तरफ जाने वाली रथयात्रा रोड और जक्खिनी रोड वांया रानी बाज़ार, कचनार गाँव के पंचक्रोशी मार्ग पर भी जल जमाव की स्थिति बनी हुई है।

पंचक्रोशी मार्ग गल्ला मंडी से भिखारीपुर की ओर जाने वाली सड़क पर जल जमाव की समस्या स्थायी रूप ले चुकी है. संगम तालाब, ला कालेज रोड, पंचक्रोशी मार्ग पर और किनारे ख़ाली प्लाट, खेतों में भी नारकीय बनी हुई है।

जल जमाव तथा गंदगी का कारण क्षेत्र वासियों में संक्रामक बीमारियों का प्रकोप फैलने की आशंका बढ़ गयी है. मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. क्षेत्र के अधिकांश नाले ध्वस्त हो चुके है।

ला कालेज रोड के किनारे बने नाले के सतह को उंचा कर दिया गया हैं और पीडब्ल्यूडी द्वारा दो साल पहले पंचक्रोशी मार्ग पर मानक के विपरीत नाला निर्माण किया है जो अभी तक अधूरा निर्माण है।

इस वजह से जल निकासी में भी बाधा उत्पन्न हो रही है. राजातालाब ग़ल्ला मंडी के पश्चिमी भाग में मुख्य नाला भिखारीपुर गाँव के बाँहा तक जाता है। जिससे राजातालाब क्षेत्र के कचनार, रानी बाज़ार गाँव के नाला के पानी की निकासी होती है. वह जर्जर, क्षतिग्रस्त होकर जाम पड़ा है।

खास बातें-
राजातालाब के अधिकतर नाले हो चुके हैं जर्जर

  • तीन दशक पुराने मुख्य नाला वर्षों से जाम रहने से क्षेत्र के नाला का पानी की निकासी नहीं हो रही
  • योजनाबद्ध तरीके से सड़क व नाला का निर्माण नहीं होने के कारण स्थिति होती जा रही है भयावह
  • नाले का गंदा पानी सड़कों पर बहने के साथ आवासों में भी कर रहा है प्रवेश
  • करीब तीन दशक पुराने मुख्य नाला की दस वर्षों से नहीं हो रही है सफ़ाई और मरम्मत

संक्रामक बीमारी फैलने की बढ़ी आशंका

राजातालाब में जल जमाव तथा गंदगी के कारण न केवल मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, बल्कि संक्रामक बीमारियों के फैलने की भी आशंका बढ़ गयी है. करीब एक हज़ार से अधिक आवास वाले इस क्षेत्र में मुख्य रूप से व्यवसायियों का आवास और दुकान गोदाम के अलावा राजकीय पशु चिकित्सा केंद्र के पीछे वंचित समुदायों के बस्ती है।

संक्रामक बीमारियों के फैलने का मुख्य कारण नाला का गंदा पानी का खाली प्लाटों और आवासों में प्रवेश करना बताया जाता है. जल जमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से भी संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका है. जिस बावत ग्रामीणों ने आराजीलाईन ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि डा महेंद्र सिंह पटेल से मुलाक़ात कर नाला निर्माण हेतु पत्रक सौंपा।

क्या कहते हैं ब्लॉक प्रमुख

राजातालाब गल्ला मंडी के पश्चिमी हिस्से में जर्जर नाला का निर्माण कार्ययोजना में स्वीकृत है यहाँ नाला का निर्माण एक सप्ताह के भीतर कराया जाएगा. नाला का निर्माण कार्य नहीं होने के कारण जगह-जगह जल निकासी प्रभावित हो रही है. इसके प्रति स्थानीय प्रशासन सजग है। ब्लाक प्रमुख नगीना सिंह पटेल प्रतिनिधि डा महेंद्र सिंह पटेल आराजीलाईन।

ग्रामीणों ने कहा कि नाले की साफ-सफाई नहीं होने से गांव में रहना दूभर हो गया था। विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे इस गांव की कोई सुध लेने वाला नहीं है। जिससे खुद नाले की सफाई करने के लिए आगे आना पड़ा।

सफाई अभियान मे सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता, विनय जायसवाल, बाबु लाल चौहान, माईकल सोनकर, दीपक गुप्ता, आज़ाद चौहान, लहुरी देवी, राजमनी आदि रहे।

इस संबंध में ग्राम प्रधान कचनार उर्मिला देवी ने कहा कि एक महिला सफाई कर्मी है। वह अकेले पुरे क्षेत्र की सफ़ाई करने में सक्षम नहीं है। हमने कई बार अपने खर्च से नाली व नाला की सफाई कराई है। छह लेबरों को ट्रैक्टर के साथ आज भेजा गया था, जिसे ग्रामीण ने वापस कर दिया।

राजकुमार गुप्ता

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