हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट्स से अडाणी ग्रुप को 1.32 लाख करोड़ का नुकसान, 7वें नंबर पर खिसके

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अडाणी ग्रुप के शेयर गिरे
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अडाणी ग्रुप में निवेशकों के 2.75 लाख करोड़ डूबे; अमीरों में चौथे से सातवें नंबर पर पहुंचे

फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप 7वें पोजीशन पर खिसक गया है। हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है।

कंपनियों पर कर्ज की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में गिरावट का दौर जारी है। अडाणी टोटल गैस और अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर्स में 20-20% की गिरावट आई है।​ गिरावट का ये दौर तब शुरू हुआ, जब फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। अडाणी ग्रुप पर इसका बड़ा असर पड़ा है।

अडाणी की नेटवर्थ बुधवार से अब तक यानी 3 दिन में 10% से ज्यादा कम हो गई है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक अडाणी को 1.32 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ। अडाणी की कंपनियों की मार्केट कैप भी कम हुई है, जिसके चलते निवेशकों को 2.75 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।

फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि अडाणी ग्रुप की सभी 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों पर काफी ज्यादा कर्ज है। ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर 85% से ज्यादा ओवरवैल्यूड भी हैं। अडाणी ग्रुप ने शेयरों में हेरफेर की। अकाउंटिंग में धोखाधड़ी की गई है। अडाणी ग्रुप कई दशकों से मार्केट मैनिपुलेशन, अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा है।

फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि अडाणी ग्रुप की सभी 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों पर काफी ज्यादा कर्ज है। ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर 85% से ज्यादा ओवरवैल्यूड भी हैं। अडाणी ग्रुप ने शेयरों में हेरफेर की। अकाउंटिंग में धोखाधड़ी की गई है। अडाणी ग्रुप कई दशकों से मार्केट मैनिपुलेशन, अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा है।

टोटल नेटवर्थ अब 96.6 बिलियन डॉलर, यानी 7.88 लाख करोड़ रुपए रह गई। अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का 20,000 करोड़ रुपए का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) शुक्रवार को खुला। प्राइस बैंड 3 हजार 112 से 3 हजार 276 रुपए प्रति शेयर तय हुआ। पर आज गिरावट के चलते अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर ही 2 हजार 768 रुपए पर आ गया। यानी 18% गिरावट आ गई।

वहीं फोर्ब्स की अमीरों की लिस्ट में अदानी समूह के मालिक गौतम अडाणी चौथे नंबर से खिसकर 7वें पर आ गए हैं। 25 जनवरी को उनकी नेटवर्थ 9.20 लाख करोड़ थी, जो शुक्रवार को 7.88 लाख करोड़ रुपए पर आ गई।

उधर अडाणी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जुगशिंदर सिंह ने इस रिपोर्ट को बकवास बताया है। उन्होंने रिपोर्ट को फैक्टलेस बताते हुए कहाकि जो आरोप लगाए गए हैं, वे बेबुनियाद हैं। यह रिपोर्ट दुर्भावना से प्रेरित है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने हमसे संपर्क करने या मैट्रिक्स को वेरिफाई करने की कोशिश नहीं की। यह रिपोर्ट गलत सूचनाओं से भरी है।

इस मामले को लेकर अडाणी ग्रुप अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग के खिलाफ शेयर बिक्री को नुकसान पहुंचाने के मामले में लीगल एक्शन लेने का विचार कर रहा है। लीगल एक्शन को लेकर हिंडनबर्ग ने कहाकि वह पूरी तरह से अपनी रिपोर्ट के साथ खड़ा है और किसी भी कानूनी कार्रवाई का स्वागत करेगा।

उन्होंने आगे कहाकि अगर कंपनी गंभीर हैं, तो उन्हें अमेरिका में भी मुक़दमा दायर करना चाहिए, जहां हम काम करते हैं। हमारे पास कानूनी प्रक्रिया में मांगे जाने वाले दस्तावेजों की लंबी लिस्ट है।

रॉयटर्स की ख़बर के मुताबिक, सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) अब अदानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का अध्ययन कर रही है। इतना ही नहीं SEBI ने ‘अदानी-होल्सिम डील’ में इस्तेमाल SPV का ब्योरा मांगा है। सेबी ने पिछले एक साल में अडाणी ग्रुप की ओर से की गई सभी डील्स की जांच तेज कर दी है।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लिस्टेड स्पेस में अडाणी ग्रुप की ओर से जितने भी ट्रांजैक्शन हुए हैं, सेबी उन सभी ट्रांजैक्शन की जांच कर रही है और जांच को पहले से तेज़ कर दिया है।

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