UP NIKAY CHUNAV RESULT: यूपी में नगर निगम की 17 में से सभी सीटों पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया है। वहीं सपा, बसपा और कांग्रेस की करारी हार हुई है। नगरपालिका की 199 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी को 98 सीटों मिली हैं। समाजवादी पार्टी को 38 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। बीएसपी ने 18 नगरपालिका पर कब्जा किया है। कांग्रेस ने 6 पर और अन्य को 39 नगरपालिका अध्यक्ष का पद मिला है।
UP NIKAY CHUNAV RESULT: नगर पंचायत अध्यक्ष की बात करें तो कुल 544 सीटों में 201 पर भाजपा ने कब्जा कर लिय़ा है। 171 नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है। बीएसपी को 51 पद हासिल हुए हैं। कांग्रेस अपने 44 नगर पंचायत अध्यक्ष जितवाने में कामयाब रही है। 74 नगर पंचायत अध्यक्ष सीट पर अन्य ने जीत का परचम लहराया है।
UP NIKAY CHUNAV RESULT: इसके अलावा निगम पार्षद की सूबे में कुल सीटों में से भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत मिली है। कई सीटों पर सपा, बसपा, कांग्रेस और आप उम्मीदवार भी जीते हैं। इसके अलावा 10 सीटों पर असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और नौ पर आरएलडी के उम्मीदवार चुनाव जीत गए। काफी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव जीते।
UP NIKAY CHUNAV RESULT: नगरपालिका परिषद अध्यक्ष पद के चुनाव में भी बीजेपी आगे है। सपा दूसरे नंबर पर, बसपा तीसरे और कांग्रेस और आप ने भी कुछ सीटों पर कब्जा जमाया है। नगरपालिका परिषद सदस्य के चुनाव में भी बीजेपी का जलवा दिखा है।
नगर पंचायत अध्यक्ष के 544 सीटें हैं। इनमें से बीजेपी ने काफी सीटों पर जीत हासिल की है। यहां भी सपा, बसपा, कांग्रेस, आप और आरएलडी के साथ निर्दलीय उम्मीदवारों को भी जीत मिली है।
अब जानिए नतीजों का ओवरऑल समीकरण किसके पाले में?
निकाय चुनाव के नतीजों का ओवरऑल विश्लेषण किया जाए तो भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है। 2017 के मुकाबले भाजपा का प्रदर्शन काफी बेहतर हुआ है। 2017 में नगर निगम की 16 सीटें थीं। इनमें से 14 पर भाजपा को जीत मिली थी, जबकि दो पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी ने सफलता हासिल की थी। इस बार नगर निगम महापौर की एक सीट बढ़ गई है, मतलब 17 सीटों पर चुनाव हुए थे और सभी पर भाजपा को जीत मिली है।
UP NIKAY CHUNAV RESULT: पिछली बार पार्षद पद के 1300 सीटों पर चुनाव हुए थे और इनमें से 596 पर भाजपा को जीत मिली थी। इस बार 1420 में से बीजेपी का दबदबा है। इसी तरह नगरपालिका अध्यक्ष, नगरपालिका परिषद सदस्य, नगर पंचायत अध्यक्ष और नगर पंचायत सदस्यों के चुनाव में भी भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था। हालांकि, पिछली बार के मुकाबले भाजपा के प्रदर्शन में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
में आजमगढ़ और रामपुर की सीट भी भाजपा के खाते में आ गई। इस बार निकाय चुनाव बताते हैं कि पार्टी की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। ऐसे में संभव है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा की सीटों में कुछ बढ़ोतरी हो जाए। पार्टी की कोशिश भी यही रहेगी।’
बता दें कि ‘जहां, भाजपा के लिए ये चुनाव के नतीजे राहत का संदेश दे रहे हैं। वहीं सपा, बसपा और कांग्रेस के दिलों की धड़कन भी बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा इन नतीजों में एक चीज और सामने आई है। वह आम आदमी पार्टी की बड़ी एंट्री। आम आदमी पार्टी ने नगर पंचायत स्तर से लेकर पार्षद स्तर तक के चुनावों में काफी सीटें जीती हैं। संभव है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी और ताकत के साथ मैदान में उतरे। अगर ऐसा होता है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान सपा, बसपा और कांग्रेस को ही उठाना पड़ेगा। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली छोड़कर अभी तक जहां भी सफलता हासिल की है, वहां सबसे ज्यादा नुकसान विपक्षी दल को ही हुआ है।