कचनार गाँव में बन रहा है 27 लाख की लागत से भूमिगत नाला
वाराणसी। राजातालाब, सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के आराजीलाईन ब्लाक का कचनार गांव ऐसा गांव बना है, जिसके खाते में ऐसा इतिहास जुड़ा है जो हमेशा याद रखा जाएगा। राजातालाब को बने सैकड़ों साल हो गए हैं।
राजातालाब तहसील क्षेत्र में सैकड़ों गांव है। इस गांव में आराजीलाईन ब्लाक प्रमुख नगीना सिंह पटेल प्रतिनिधि डा. महेंद्र सिंह पटेल के पहल पर 27 लाख की लागत से 600 फीट से अधिक लम्बी भूमिगत सीवर लाइन शहरों की तर्ज़ पर डाली जा रही है।
सीवर लाइन लगने से सड़कों और गलियों में नाली का पानी नहीं भरेगा। लोगों को बीमारियों से निजात मिल सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र स्मार्ट सिटी है लेकिन आज़ादी के इतने सालों के बाद भी यहाँ के गांवों में सीवर नहीं जुडी है। प्रशासन को यह बात समझनी चाहिए की ग्रामीणों की भी ज़िंदगी है।
राजातालाब के हाईवे सहित प्रमुख मार्गों पर बारिश के मौसम में तालाब बन जाता है। ऐसे में आप समझ सकते हैं गांवों का हाल क्या हो जाता होगा। तहसील क्षेत्र में इतने सारे गांव हैं और आप इनकी सड़कों में जाओगे तो सड़कों पर नाली का पानी आपको मिल जाएगा।
क्षेत्र के गांवों में बारिश में लगातार पानी भर जाता है, राष्ट्रीय राजमार्ग और धार्मिक महत्ता के पंचक्रोशी पथ और तहसील सहित ब्लाक मुख्यालय के पास बसे गांवों में भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
इस क्षेत्र का पूरी तरह नगरीकरण हो चुका है वर्षों से इस क्षेत्र को नगर निगम में शामिल करने की माँग होती हैं लेकिन ज़िम्मेदार इस माँग को नज़रअंदाज़ करते आ रहे हैं।
यहाँ आज भी पेयजल की समस्या बनी हुई है। लोगों को दूर-दूर से पानी भर कर लाना पड़ता है। सीवर ओवरफ्लो होता है तो गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है।
पीने का पानी भी नहीं और सड़कों पर जमा पानी दोनों ही समस्या बनी हुई है। मानसून सक्रिय होने पर बारिश का पानी भी आपको बीमार कर सकता है। हम सभी बारिश की बीमारियों और डेंगू से बच सकते हैं यदि सतर्कता दिखाएँ और ज़िम्मेदार अपना कर्तव्य निभाएं।
● राजकुमार गुप्ता