लालगंज, रायबरेली। सरेनी भीषण धूप व गर्मी में लोग परेशान हैं। ऐसे में लोग शुद्ध पेयजल तक के लिए तरस रहे हैं। कहने को इंडिया मार्का हैंडपंप बड़ी संख्या में लगे हैं, लेकिन अधिकांश खराब पड़े हैं। ऐसे में पेयजल संकट लोगों को प्रभावित कर रहा है।
ब्लाक में शिकायत के बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे। जबकि शासन से निर्देश दिए गए थे कि गर्मी शुरू होने से पहले ही खराब हैंडपंपों की मरम्मत करा दी जाए!जो रिबोर लायक हैं, उनका रिबोर करा दिया जाए। ताकि गर्मी में पेयजल संकट का सामना लोगों को न करना पड़े। लेकिन ब्लाक अधिकारी कान बंद किए हैं।
सरेनी ब्लॉक के अंतर्गत कुछ गांवों में हैड़पंप रीबोर कराने लायक हैं। गर्मी चरम पर पहुंच रही है,हैंडपंपों की मरम्मत को लेकर जिम्मेदार सजग नहीं हैं। सार्वजनिक स्थलों पर भी हैंडपंप खराब होने से अधिक दिक्कतें हो रही हैं!ग्रामीणों की शिकायतों को नजर अंदाज किया जा रहा है।
आबेपुर में शिकायत के बाद भी हैंडपंप की नहीं कराई जा रही मरम्मत
सरेनी स्थित आबेपुर मजरे रालपुर निवासी संतोष कुमार शुक्ला द्वारा खंड़ विकास अधिकारी सरेनी को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए हैड़पंप मरम्मत करवाने की मांग की गई लेकिन अभी तक हैड़पंप की मरम्मत नहीं कराई गई और इस प्रचंड़ गर्मी में लगे हैड़पंप के आसपास घरों में पानी की किल्लत बढ़ गई है बावजूद जिम्मेदार कुंभकर्णीय नींद में सोए हुए हैं।
वहीं उक्त गांव निवासी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि हमारे दरवाजे पर सरकारी हैंडपंप लगा हुआ है जो कि 1 माह से खराब चल रहा है। बीते लगभग 1 सप्ताह से हैड़पंप से पूरी तरह पानी निकलना बंद हो चुका है, जिससे जानवरों और हम लोगों के सामने पानी का बहुत संकट है। प्रधान से कहने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
भीटा गांव में लगे हैंडपंप बने शोपीस
दिन-ब-दिन गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और ऐसे में गांव में लगे हैड़पंप शोपीस बने हुए हैं!जी हां,हम बात कर रहे हैं सरेनी विकास खंड़ स्थित भीटा मजरे कंजास गांव की,जहां लगे हैड़पंप शोपीस बने हुए हैं बावजूद जिम्मेदार उनकी मरम्मत करना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं और भीषण गर्मी में ग्रामीणों को पानी की किल्लत से दो चार होना पड़ रहा है।
भीटा गांव के लोग सोशल मीडिया के माध्यम से भी अपने इस दर्द को बयां कर रहे हैं और समस्या से निजात दिलाये जाने की मांग भी कर रहे हैं और तो और ग्राम प्रधान पर कई तरह के आरोप भी लगा रहे हैं। वहीं ग्राम प्रधान इन सब बातों से अंजान बन धृतराष्ट्र की भूमिका अदा कर रहे हैं।
सवालों में अधिकारियों की भूमिका
सरेनी ब्लॉक के अंतर्गत सूत्रों की मानें तो कई हैंड़पंप शोपीस बने हुए हैं। कुछ रीबोर नहीं कराये जा रहे तो कुछ में घंटों चलाने के बाद पानी निकलता है तो कुछ दूषित पानी दे रहे हैं फिर भी खराब हैंडपंपों के प्रति जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। नागरिकों को मिलने वाली पेयजल जैसी सुविधा के प्रति अधिकारियों की अनदेखी पर सवाल उठते हैं। जिम्मेदारों को यह भी पता नहीं होगा कि ब्लाक में कितने हैंडपंप खराब हैं।
- संदीप कुमार फिजा