नदी के बीचोबीच खनन कर प्रशासन को दे रहे चुनौती

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घुरौली खण्ड संख्या 26/6 में बेखौफ खनन माफिया एनजीटी व न्यायालय की सरेआम उड़ा रहे धज्जियां

हमीरपुर। जनपद में मौरंग के अवैध खनन का खेल सातवें आसमान पर है। जलीय जीव जंतु के कर रहे हत्या,मौरंग माफिया सारे नियमों को ताक में रखकर बेधड़क होकर नदी का सीना चीर कर मोरंग का अवैध खनन कर रहे हैं।

मौरंग माफियाओं की हनक के आगे यहां के हुक्मरान भी बेबस हैं। इनकी हनक और गुलाबी नोटों की दम पर हुक्मरान अवैध खनन की तरफ देखने को तैयार नहीं है। हुक्मरान की मिलीभगत से यहां की बालू खदानों में एक नहीं दो नहीं बल्कि दर्जनों भारी-भरकम प्रतिबंधित पोकलैंड मशीनें दिन-रात गरजती हैं। बता दें कि चिकासी थाना क्षेत्र के घुरौली चंदवारी स्थित 26 / 6 में खदान संचालित है।

इस खदान में हो रहे अवैध खनन की कुछ तस्वीरें जान जोखिम में डालकर कैमरे में कैद की गई हैं। यहां एक नहीं दो नहीं दर्जनों की संख्या में भारी-भरकम मशीनें हैं जो बेतवा नदी की जलधारा के बीचो बीच अवैध खनन कर रही हैं।

बता दें कि मौरंग माफिया सभी नियम कायदे कानूनों को ताक पर रखकर बेधड़क अवैध खनन के खेल को अंजाम दे रहे हैं, और जिले में बैठे हुक्मरान अवैध खनन पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं ,और रोग लगाए भी तो कैसे इन मोरंग माफियाओं की जड़ें बहुत मजबूत बताई जा रहीं हैं ,सत्ता की हनक और गुलाबी नोटों की दम पर मौरंग माफिया हुक्मरानों को तनक भी भजने को तैयार नहीं है।

अब सही मायने में वजह क्या है? यह तो जिले में बैठे हुक्मरान ही जान सकते हैं। फिलहाल यहां के लोग यह कहने से नहीं चूकते कि जिले में अवैध खनन लंबे समय से होता चला आ रहा है और होता ही रहेगा। बता दें कि खनन माफियाओं की जड़ें इतनी मजबूत हैं कि इनको होने वाली कार्यवाही की तुरंत लोकेशन भी मिल जाती है।

प्रशासनिक अधिकारी जब तक खंडों में कार्यवाही करने के लिए जाते हैं तब तक खनन माफिया भारी-भरकम मशीनों को छुपा देते हैं। वहीं अधिकारियों के जाते ही खनन माफिया फिर से भारी-भरकम मशीनों से नदी में खनन करना शुरू कर देते हैं। गौरतलब है कि मौरंग खदानों में कहने और सुनने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते हैं जो सिर्फ शोभा बढ़ाने का काम करते हैं।

सीसीटीवी कैमरे और धर्म कांटा लगाने के बाद भी खदानों से ओवरलोड ट्रकों की निकासी होती है। यह ओवरलोड बालू लदे ट्रक जिले में बैठे हुक्मरानों की नाक के तले से सीना तान कर निकल जाते हैं और बेबस हुक्मरान हाथ में हाथ धरे रह जाते हैं व बालू लदे ट्रकों ने यहां की सड़कों की बुरी हाल कर दिए हैं।

अब मौरंग माफिया सड़कों के बुरे हाल करें या फिर नियमों की धज्जियां उड़ा यह तो बेबस हुक्मरानों की घर बने हैं मेहरबानी है।

  • एमडी प्रजापति
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