प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ पुलिस ने बैंक चेकों की क्लोनिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये लोग बैंक चेकों की क्लोनिंग कर फर्जी तरीके से विभिन्न खाताधारकों के खातों से धनराशि ट्रांसफर कर लेते थे।
बैंकिग सिस्टम की कमियों का उठाते थे साइबर अपराधी फायदा, 03 साइबर अपराधी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। बैंक ऑफ बडौदा नें अपने बैकिंग सिस्टम में किया बदलाव।
घटनाओं का संक्षिप्त विवरण –
1- दिनांक 27.05.2023 को थाना जेठवारा में क्षेत्रान्तर्गत स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा डेरवा के 01 खाताधारक के खाता से फर्जी तरीके से बड़ी धनराशि कुल 11,74,100/- रूपये ट्रांसफर होने के प्रकरण में प्राप्त तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 97/23 धारा 409,419,420,467,468,471 भादवि का अभियोग बनाम 01 अभियुक्त पंजीकृत किया गया था।
2- दिनांक 09.06.2023 को थाना जेठवारा में क्षेत्रान्तर्गत स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा डेरवा के 01 खाताधारक के खाता से चेकों की क्लोनिंग कर फर्जी तरीके से बड़ी धनराशि कुल 17,65,600/- रूपये ट्रांसफर होने के प्रकरण में प्राप्त तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 106/23 धारा 419,420,467,468,471 भादवि बनाम अज्ञात अभियोग पंजीकृत किया गया था।
3- दिनांक 10.06.2023 को थाना अन्तू में क्षेत्रान्तर्गत स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा, शाखा बेल्हा के 04 खाताधारकों के खातों से चेकों की क्लोनिंग कर फर्जी तरीके से बड़ी धनराशि कुल 34,07,500/- रुपये ट्रांसफर होने के प्रकरण में प्राप्त तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 208/23 धारा 149,420,406,467,468,471 भादवि बनाम 07 नामजद व अन्य अज्ञात पंजीकृत किया गया था।
4- दिनांक 11.06.2023 को थाना कोतवाली नगर में क्षेत्रान्तर्गत स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा बेल्हा के 01 खाताधारक के खाता से चेक की क्लोनिंग कर फर्जी तरीके से दिनांक 01.05.2023 को बड़ी धनराशि कुल 35,00,000/- रूपये ट्रांसफर होने के प्रकरण में प्राप्त तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 351/23 धारा 419,420,406,467,468,471 भादवि बनाम 02 अभियुक्त पंजीकृत किया गया था।
5- दिनांक 18.06.2023 को थाना कोतवाली नगर में क्षेत्रान्तर्गत स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा बेल्हा के 01 खाताधारक के खाता से फर्जी तरीके से बड़ी धनराशि कुल 25,00,000/- रूपये ट्रांसफर होने के प्रकरण में प्राप्त तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 366/23 धारा 419,420,406 भादवि बनाम 02 अभियुक्त अभियोग पंजीकृत किया गया था।
पुलिस अधीक्षक, प्रतापगढ़ श्री सतपाल अंतिल द्वारा उपरोक्त सभी घटनाओं के सफल अनावरण एवं साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित कर संबंधित को कड़े निर्देश दिये गये थे। इसी क्रम में श्री अमृत जैन, IPS 2021, ASP(UT) प्रतापगढ़ के नेतृत्व में व0उ0नि0 श्री विनीत कुमार उपाध्याय थाना जेठवारा, उ0नि0 श्री सतीश कुमार यादव थाना कोतवाली नगर, का0 दिग्विजय सिंह, का0 चन्द्रगुप्त सर्विलांस टीम व मु0आ0 नसीर कमाल द्वारा इलेक्ट्रॉनिक /तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर *03 साइबर अपराधी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम –
1- आशिफ उर्फ आर्यन शर्मा पुत्र मु0नाजीर हुसैन निवासी एच 16/1912ए, जी/एफ संगम विहार पुष्पा भवन साउथ दिल्ली।
2- सुरेन्द्र सिंह पुत्र बलराम सिंह निवासी सी150 दसगरा मोह्लला गढ़ी ईस्ट आफ कैलाश साउथ दिल्ली।
3- अरूण कुमार उर्फ अभिनव गुप्ता उर्फ अरूण भारद्वाज उर्फ अरूण अग्रवाल उर्फ पंकज कुमार उर्फ प्रशांत दास पुत्र राजेश गुप्ता उर्फ नरेश कुमार उर्फ राजेश कुमार निवासी भादरबांध थाना भादरबांध जनपद हरिद्वार उत्तराखंड हा0पता रमेश पाल 265 थाान लक्ष्मीनगर नई दिल्ली व 1817 एफएफ जनता फ्लैट सी0जी0टी0वी0 इन्कलेब नन्दनगरी ईस्ट दिल्ली।
अपराध कार्यप्रणाली का विस्तार से विवरण –
• अभियुक्तगणों द्वारा ऐसे आधार कार्ड जिनमें लगे हुए मोबाइल नम्बर विभिन्न कारणों से बन्द थे, उनके यूआईडी नंबरों का उपयोग करके जाली आधार कार्ड बनाते थे, इसके लिए वह उसी फ़ोन नंबर के नए पोस्टपेड कनेक्शन को सक्रिय कर लेते थे।
• फिर इन नये सक्रिय पोस्ट पेड नम्बरों पर जालसाजों द्वारा ओटीपी भेजकर ओटीपी का उपयोग करके एवं अन्य फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पता, नाम और फोटो बदलते हुए आधार नंबर और बायोमेट्रिक्स को समान रखते हुए एक नया फर्जी आधार कार्ड बना लेते थे।
• अब इन नए फर्जी आधार कार्डों का उपयोग पैन कार्ड और वास्तविक जीएसटी नंबर के साथ नई नकली फर्म बनाने के लिए किया करते थे, जिस पर वे रिटर्न दाखिल करते थे।
• फिर, ये जालसाज विभिन्न बैंकों में जाकर नए बैंक खाते खुलवाते थे, विशेष रूप से बैंक ऑफ बड़ौदा में एक खाता खुलवाते थे जिसे जालसाजी के लिए प्रयोग करते थे।
• इन जालसाजों को बैंक ऑफ बड़ौदा में कुछ बैंक कर्मियों की मदद से ऐसे बैंक खातों की सूची मिल जाती थी जिनके फोन नंबर बैंक खातों से जुड़े नहीं हैं और उस सूची में से ऐसे कुछ बैंक खाते छांटे जिनमें एक बड़ी धनराशि जमा थी, फिर जालसाजों द्वारा इन खातों के नाम पर फर्जी चेकबुक तैयार कर लिया जाता था। इसके साथ ही बैंक से, उन्होंने ऐसे खातों के धारकों द्वारा अब तक उपयोग किए गए चेक में मौजूद हस्ताक्षर के साथ-साथ अन्य विवरण भी प्राप्त किया ताकि वे अब वास्तविक खाताधारक की तरफ से फर्जी चेक प्रस्तुत कर सकें।
02 लाख से कम की धोखाधड़ी जिसमें ग्राहक द्वारा सत्यापन करने की आवश्यकता नहीं होती है-
ऐसे प्रकरण में जालसाज चेक का क्लोन बना लेते थे, उस पर ग्राहक के जाली हस्ताक्षर कर देते थे और उसे चेक ड्रॉप बॉक्स में डाल देते थे जो कि धनराशि जालसाजों को मिल जाती थी।
“BOB बैक ने अपने पत्र संख्या एचओःबीआर-115:163 दिनांकित 22.06.2023 को बैंकिग सिस्टम की कमियों को दूर करते हुए होने वाले साइबर अपराध से खाता धारकों के खातों में जमा बड़ी धनराशि को सुरक्षित करने हेतु चेक से लेनदेन के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है।“
बिना कस्टमर कंफर्मेशन के चेक से नहीं निकल सकेंगे पैसे।
बरामदगी – घटना में प्रयुक्त 02 मोबाइल फोन, 02 बैंक चेक का फोटोकापी, 4 फर्जी आईडी ।
पुलिस टीम –
1- श्री अमृत जैन, IPS 2021, ASP(UT) प्रतापगढ़ के नेतृत्व में
2- व0उ0नि0 श्री विनीत कुमार उपाध्याय थाना जेठवारा,
3- उ0नि0 श्री सतीश कुमार यादव थाना कोतवाली नगर,
4- का0 दिग्विजय सिंह,
5- का0 चन्द्रगुप्त सर्विलांस टीम,
6- मु0आ0 नसीर कमाल जनपद प्रतापगढ़।
पुरस्कार –
• श्रीमान् पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 महोदय द्वारा उपरोक्त टीम द्वारा किये गये कार्य की सराहना की गई है एवं प्रशंसा पत्र प्रदान करने की घोषणा की गई।
• श्रीमान् अपर पुलिस महानिदेशक, प्रयागराज जोन प्रयागराज द्वारा उपरोक्त टीम द्वारा किये गये सराहनीय कार्य हेतु प्रशस्ति पत्र एवं 25,000 रूपये पुरस्कार घोषित किया गया है।
- अवनीश कुमार मिश्रा