गरीबी की लॉकडाउन से मुलाकात का खौफनाक परिणाम

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नयागांव चित्रकूट थाना क्षेत्र के बटोही गांव में गरीबी से तंग आदिवासी युवक ने लगाई फांसी।

चित्रकूट । संपूर्ण देश के साथ ही चित्रकूट में भी आदिवासी परिवारों और गरीबी में जहां चोली दामन का साथ हैं तो वहीं कोरोंना महामारी संकट के कारण लागू हुए लॉक डाउन ने इन गरीबों की समस्याओं को और अधिक इजाफा कर दिया। जिसकी शायद कल्पना भी नहीं की जा सकती है। नयागांव थाना क्षेत्र के आदिवासी बहुल बटोही गांव में बच्चा नाम के युवक ने खुदकुशी कर ली थी। बच्चा अपने पीछे अपनी पत्नी व मां बाप को छोड़ गया है। 12 तारीख को उसकी तेरहवीं संस्कार है। मृतक बच्चा की पत्नी सुभद्रा की मानें तो घर में एक भी पैसा नहीं है जिससे कि वह अपने पति के सभी संस्कार पूरे कर सके। इस दुखद घटना की आज सूचना मिलने पर नगर परिषद चित्रकूट के सीएमओ रमाकांत शुक्ला और स्थानीय समाज सेवी पंकज मिश्रा गुलाब यादव प्रदीप तिवारी ने मौके पर पहुचकर सुभद्रा को पति के तेरहवीं संस्कार के लिए आटा ,दाल, चावल, रिफाइंड तेल और सब्जी सहित सम्पूर्ण सामग्री प्रदान की गई और यथासंभव मदद का भरोसा दिलाया गया है। आपको बता दें कि सुभद्रा बहुत ही ज्यादा परेशान थी क्योंकि उसके यहां मेहमान भी आ चुके थे और सामाजिक रीति रिवाजों को पूरा करने के लिए लॉक डाउन होने के चलते एक भी पैसा घर में नहीं था । गरीब आदिवासी परिवार ने मदद मिलने पर सी एम ओ नगर पंचायत एवं समाजसेवीयों का आभार व्यक्त करते हुए तेरहवीं संस्कार में शामिल होने के लिए निमंत्रण भी दिया है।

व्यापारियों ने भेजा गरीबों को राशन

गरीब आदिवासियों की मदद के लिए व्यापारियो ने संभाली कमान, जिले के मशहूर व्यापारी नरेश गोयल ने 1 लाख की राशन सामग्री भेजी चित्रकूट, गरीब आदिवासी असहायो के लिए आटा, दाल, चावल भेजा, जिलाधिकारी अजय कटेसरिया व सीएमओ नगर पंचायत चित्रकूट के अनुरोध पर भेजा गया है व्यापारी द्वारा गरीबो के लिए राशन ।।

सतना चित्रकूट से विनोद शर्मा की रिपोर्ट।

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