महराजगंज, रायबरेली। जहां महराजगंज से इन्हौना वाया मऊ को जाने वाला जर्जर मार्ग राहगीरों के लिए आफत बना है, वहीं नेताओं की राजनीति चमकाने के लिए पर्यटक स्थल के रूप में मुफीद साबित हो रहा।
बताते चलें कि गुरुवार को जनसंपर्क पर निकले भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक रामलाल अकेला से मऊ गांव की जनता नें सड़क निर्माण की बात कही, जिस पर पूर्व विधायक नें शासन तक जनता की बात पहुंचाने का आश्वासन दिया।
मालूम हो की महराजगंज से इन्हौना जाने वाला मार्ग बड़े बड़े गड्ढों एवं बारिश होने से तालाब में तब्दील है। पूर्व में सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों द्वारा दस दिवसीय आमरण अनशन भी किया गया।
वहीं विधानसभा सत्र में भाजपा के कद्दावर नेता एवं राज्य मंत्री मयंकेशवर सिंह द्वारा सड़क निर्माण का पैसा स्वीकृत किए जाने की घोषणा छः माह बीतने के बाद जुमला एवं जनता के लिए छलावा ही साबित हो रहा।
जानकारी हो की बीजेपी के क्षेत्रीय नेता मोदी सरकार के विकास रूपी नौ वर्ष पूरे होने का बखान गांव गली में ढिढ़ोरा लेकर पीटते नजर आ रहे। जबकि महराजगंज से इन्हौना जाने वाले बदहाल मार्ग पर भाजपा के क्षेत्रीय शीर्ष नेताओं का कुनबा निवास करने के साथ साथ हिचकोले खाने को मजबूर है फिर भी समस्या जस की तस मौजूद है।
फिलहाल पूर्व विधायक रामलाल अकेला के अलावा भी जनता अब तक डिप्टी सीएम सहित क्षेत्रीय मंत्री दिनेश प्रताप सिंह से सड़क निर्माण की गुहार लगा लगा कर थक चुकी जिस पर अब नेताओं नें खुद ही बदहाल सड़क की परिक्रमा कर जनता की सहानभूति बटोरने का नायाब नुस्खा निकाला है। जिसे जनता आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव के रूप में देख रही।
- अशोक यादव एडवोकेट