लालगंज, रायबरेली। कस्बे के शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी विद्यालय न्यू स्टैण्डर्ड पब्लिक स्कूल,सुरेन्द्र सरस्वती नगर लालगंज रायबरेली में देश के लिए प्राणों को न्योछावर कर देने वाले महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की जयंती मनाई गई।
कार्यक्रम की प्रथम कड़ी में विद्यालय के प्रधानाचार्य शिवांग अवस्थी ने आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए, साथ ही विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं व बच्चों ने चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धापूर्वक नमन किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य जी ने अपने सम्बोधन में बताया कि चन्द्र शेखर आज़ाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को अलीराजपुर रियासत के भाभरा गाँव में एक ब्राह्मण परिवार में चन्द्र शेखर तिवारी के रूप में हुआ था। 1921 में, जब असहयोग आंदोलन अपने चरम पर था, तब 15 वर्षीय छात्र चन्द्रशेखर भी इसमें शामिल हुए। परिणामस्वरूप, उन्हें 20 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया।
एक सप्ताह बाद पारसी जिला मजिस्ट्रेट जस्टिस एमपी खरेघाट के सामने पेश होने पर उन्होंने अपना नाम “आजाद” ( स्वतंत्र ), अपने पिता का नाम स्वतंत्रता और अपना निवास स्थान “जेल” बताया। क्रोधित मजिस्ट्रेट ने उसे 15 कोड़ों की सजा दी। पुलिस पार्क में पहुंची और उसे चारों तरफ से घेर लिया।
पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, लंबी गोलीबारी के बाद सदैव आज़ाद रहने की अपनी प्रतिज्ञा पर कायम रहे(मुक्त) और कभी भी जीवित नहीं पकड़े जाने पर, उसने अपनी बंदूक की आखिरी गोली से खुद को सिर में गोली मार ली।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय के बच्चों द्वारा लघु नाटिका का मंचन किया गया। जिसमें आजाद की वेशभूषा में अंशुमान सिंह कक्षा-7 ने अविस्मरणीय प्रस्तुती दी। जिसने सबकी आंखें नम कर दी।
घटना को अपनी कलाकृति से हुबहू प्रस्तुत करने में विद्यालय की शिक्षिका संध्या त्रिपाठी ने चाक बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में हाउस इंचार्ज अमित कुमार के दिशानिर्देशन मे विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं का योगदान सराहनीय रहा। इस अवसर पर स्वाती सिंह,प्रतिभा मिश्रा, दीक्षा सिंह, फैज़ खान ,एस के यादव, तेजबहादुर, अर्पित श्रीवास्तव, आयुषी गुप्ता , जिविधा यादव,आशा, दरक्षा, कीर्ती ,अर्शा, आदि उपस्थित रही।
- संदीप कुमार फिजा