ऑनलाइन क्लासेस विद्यार्थियों के अगले सेमेस्टर को हो रही सहायक

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चित्रकूट। विश्वव्यापी कोरोना वायरस आपदा के कारण लॉक डाउन के कारण शैक्षणिक संस्थाओं में बंदी धोषित कर दी गई है। बावजूद इसके महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल लाल जी टंडन की प्रेरणा और कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम के नेतृत्व / मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों को निर्धारित समय में पूर्ण करने और सेमेस्टर सिस्टम के अंतर्गत अनिवार्य प्रदत्तकार्यो को संम्पन्न कराने के लिए पाठ्यक्रम वार ऑन लाइन क्लास प्रारंभ कर दी गई है। कुलपति प्रो गौतम ने कला, प्रबंधन, विज्ञान, अभियांत्रिकी और कृषि संकाय के अधिष्ठताओ को निर्देश दिए कि छात्रों के प्रोजेक्ट वर्क पर संबंधित शिक्षकों को समय-समय पर उपयुक्त प्रोत्साहन दिया जाय।

विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर शिक्षकों द्वारा पठन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था हेतु प्रभारी आईटी सेल को प्रो गौतम द्वारा निर्देशित किया गया।
विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे सामुदायिक कार्यों व गतिविधियों पर प्रतिवेदन तैयार करने, ऑन लाइन पठन सामग्री, जहां से भी अच्छी उपलब्ध हो, उसका लिंक सभी छात्रों को उपलब्ध कराने के निर्देश भी कुलपति प्रो गौतम ने दिए।

उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में ऑनलाइन एप्स के माध्यम से अध्यापन के नवीन प्रयोग की व्यवस्था के विद्यार्थियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।

कुलपति प्रो गौतम के निर्देशों के अनुपालन मे करोना संक्रमण के प्रकोप से बचाव करते हुए लाकडाउन की इस अवधि में ऑनलाइन एप्स के माध्यम से शिक्षकों द्वारा विश्वविद्यालय से सुदूरस्त गांवो और शहरों में निवासरत छात्र-छात्राओं के आवास में ही अध्यापन की ऑन लाइन व्यवस्था को सुचाररूप से संचालित करने में आशातीत सफलता प्राप्त की जा रही है। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के 70% से भी ज्यादा छात्र – छात्रा गूगल क्लासरूम ऐप तथा सोशल मीडिया के अन्य विधाओं से जुड़कर शिक्षकों के निर्देशन में अध्ययन कार्य में संलग्न है ।विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रेषित फीडबैक डॉक्यूमेंट इसकी व्यवस्था की सफलता को प्रमाणित कर रहा है
अध्यापन नवाचार की इस व्यवस्था को सुचारू रूप से संपादित करने के लिए अधिष्ठाताओं द्वारा संकाय वार समय सारणी तैयार कर गूगल क्लासरूम ऐप से अध्ययन और अध्यापन किया जा रहा है। शैक्षिक नवाचार के सुप्रयोग में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता गण प्रोफेसर अमरजीत सिंह, प्रोफेसर आई पी त्रिपाठी, प्रोफेसर डीपी राय, प्रोफेसर योगेश कुमार सिंह, इंजीनियर आंजनेय पांडे, दीनदयाल कौशल केंद्र के प्राचार्य राजेश सिन्हा, दूरस्थ शिक्षा केंद्र के निदेशक डॉ वीरेंद्र कुमार व्यास तथा विश्व विद्यालय आई टी प्रभारी प्रोफेसर भरत मिश्रा आदि द्वारा इस व्यवस्था को प्रभावकारी एवं क्रियाशील बनाने हेतु कार्य किया जा रहा है।व्यावसायिक कला के विद्यार्थियों को प्राध्यापक डॉ प्रसन्न पाटकर ने चित्रकला की प्रायोगिक तथा प्राध्यापक डॉ ललित कुमार सिंह ने बी ए हिंदी विषय के प्रदत्त कार्यो को ऑन लाइन माध्यम से संपन्न कराया।

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