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इनपुट – सूरज यादव
न्यूजडेस्क- जिले में गौशाला की चाहरदीवारी के अंदर मृत पड़े गोवंश, बाहर व आसपास पड़े बदबूदार गोवंशों के शव व उनको आहार बना रहे जीवों की खबर मीडिया में आने के बाद जिलाधिकारी ने सख्त रवैया अपनाया है, डीएम की सख्ती के कारण अधिकारियों ने दौड़भाग कर व्यवस्था चाक चौबंद करने का प्रयास शुरू किया है, इस समस्या का निदान होता देख ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के प्रति आभार जताया है।
क्या था पूरा मामला
दरअसल जिले के राही विकास खण्ड स्थित वृहद गौशाला बेलाखारा में गौशाला के अंदर पड़े मृत मवेशी व बाउंड्रीवाल के आसपास पड़े मृतक मवेशियों के शव को आहार बनाते जीवों की तस्वीरें मीडिया के कैमरे में कैद हुई, डीएम शुभ्रा सक्सेना के कड़े रूख के बाद विभागीय अधिकारी परेशान हो गए, डीएम के सख्त तेवरों के बाद हड़कम्प मचने से मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को आफिस छोड़ धरातल पर काम के लिए दौड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
क्या सीवीओ ने किया डीएम को गुमराह
अपनी कमियों को छिपाने में माहिर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आनन फानन में वृहद गौशाला बेलाखारा पहुंचे, जेसीबी मशीन मंगवाई, फिर सभी मृतक मवेशियों के शव को जमीन में दफनाकर गौशाला को साफ रखने के निर्देश दिए, और एक पत्र जिलाधिकारी महोदया को सम्बोधित करते हुए लिखा की मृत मवेशी ग्रामीणों द्वारा फेंके जाते हैं, और यह प्रकरण इस गौशाला का ही नहीं है, जबकि गौशाला के आसपास कराई गई जेसीबी की खुदाई, उनमें दफनाए गए शव, पास में पड़े मृत मवेशियों के अस्थि पंजर इस बात को बयां करने के लिए काफी हैं कि यहां की कमियों को इन्ही गढ्ढो में दफन किया गया है, इस बात से बड़ा सवाल उठता है कि क्या सीवीओ ने अपनी नाकामियों को छिपाकर ईमानदार डीएम को गुमराह करने की कोशिश की है?
ग्रामीणों ने जताया आभार
गौशाला के आसपास फैली भीषण बदबू की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने शवों को आनन फानन गढ्ढो में दफनाए जाने से ग्रामीण आश्चर्यचकित थे ग्रामीणों का कहना था कि यहां चर्चा है कि डीएम साहब या बड़े अधिकारी कभी भी यहां दौरा कर सकते हैं इसलिए साफ सफाई हो रही है, ग्रामीणों ने दुर्गंध दूर हो जाने के बाद डीएम का आभार जताते हुए यह भी कहा कि भविष्य में भी यदि साफ सफाई व मृत मवेशियों के शव निस्तारण के लिए यही प्रक्रिया रखी जाए तो बहुत अच्छा रहेगा, ग्रमीणों ने डीएम को पत्र लिखकर ऐसी ही व्यवस्था नियमित जारी करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की मांग की है।
सीवीओ सब दुरुस्त दिखाने में लगे
जिले में गोवंशों की समस्याओं पर डीएम की सख्ती के बाद सीवीओ सब कुछ दुरुस्त करने की कवायद में जुटे हैं, पूरे मामले पर सीवीओ डॉ गजेंद्र प्रताप सिंह से बात करने की कई बार कोशिश की गई लेकिन वो लगातार निरीक्षण की बात कह कर अपना पक्ष रखने से कतराते रहे।
एडीएम ने दिये निर्देश
मामला संज्ञान में आने के बाद एडीएम प्रशासन राम अभिलाष ने कहा कि मृत मवेशियों के शव निस्तारण की सही प्रक्रिया उनको गढ्ढा खोदकर दफनाना ही है, यदि ऐसा नहीं हो रहा तो ये गलत है, सम्बंधित को निर्देशित किया जाएगा, उंच्चाधिकारियो का दौरा हो न हो गौशाला व अन्य जगहों पर साफ सफाई तो एक दायित्व है, जिसे पूरा करना चाहिए।