डकौली नहर पटरी पर राहगीरों और स्कूली बच्चों का रास्ता रोके खड़े रहते हैं ट्रक।
जान जोखिम में डालकर गुज़रते राहगीर व स्कूली बच्चे।
लालगंज (रायबरेली) ,आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना के निकट बाल्हेमऊ नहर पटरी से होकर डकौली मंज़रे ऐहार गांव सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग पर आधे तिरछे खड़े ट्रकों की वजह से राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिकायत के बावजूद भी स्थानीय प्रशासन मौन बना हुआ है। गौरतलब है कि आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना में माल को उतारने और लादने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में ट्रकों का आवागमन होता है। कारखाने व उसके बाहर में पर्याप्त पार्किंग स्थल न होने के कारण ट्रक हाइवे और आस पास की सड़कों पर खड़े हो जाते हैं।
रेल पहिया कारखाने के बगल से डकौली,भुरकुशपुर, पूरे मोहन सिंह,जमुववां,कानम ऊ, पूरे रजऊ ,बहाई आदि गांव सहित एक दर्जन से अधिक गांवों को एनएच 232 से जोड़ने वाली सड़क पर भी वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग जाती है। जिससे इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। चौपहिया वाहन निकालने में लोगों को मुश्किल होती है। स्थानीय लोगों ने ट्रैकों को हटवाकर उन्हें अन्य कहीं खड़ा कराए जाने की प्रशासन से मांग की है।
रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा
रेल पहिया कारखाना:सम्पर्क मार्ग पर ट्रकों का कब्जा, राहगीरों को निकलना मुश्किल
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