श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दूसरे दिन कथा व्यास ने राजा उत्तानपाद के प्रसंग का किया वर्णन

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महोबा , श्री श्री 1008 श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ एवं 18 महापुराण का आयोजन यज्ञ स्थल श्री विदासन माता मंदिर टीकामऊ में 31 मई तक सम्पन्न होगा। इसके साथ ही महाप्रसाद एवं भंडारा 1 जून को है। कथा व्यास अरुण कृष्ण शास्त्री मऊरानीपुर झांसी एवं यज्ञचार्य नरेंद्र शास्त्री वृंदावन द्वारा हो रहा है। जिसमें सहयोगी टीकामऊ, डढहतमाफ, वरीपुरा, रतौली थाना, पसवारा, डहर्रा, गुगौरा, काली पहाड़ी, किड़ारी के ग्रामीणों द्वारा तन मन धन से सहयोग किया जा रहा है। कथा व्यास द्वारा रविवार की शाम 3 से 7 बजे तक राजा उत्तानपाद के सुरुचि एवं सुनीति दो रानियां थी सुनीति का पुत्र ध्रुव 5 वर्ष का बालक को पिता की गोद से सुरुचि ने हटा दिया क्योंकि वह अपने लड़के को भविष्य में राजा बनना चाहती थी।

इससे दुखी होकर ध्रुव जंगल की ओर चला गया बाद में उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान नारायण प्रकट हुए और वरदान दिया वही आगे चलकर 36 हजार वर्ष ध्रुव ने राज किया। रात्रि में रासलीला का आयोजन रात्रि 9 बजे से होता है जिसमें रविवार की रात्रि को माखन चोरी कृष्ण लीला का मंचन हुआ। मुख्य यजमान राजा रानी जैनेंद्र सिंह पटेल कल्पना सिंह है। इस अवसर पर शिवकुमार गोस्वामी पूर्व प्रधानाचार्य, कल्याण सिंह पहरा, रामकिशोर सिंह, ऋषभ उपाध्याय अवधेश तिवारी, अशोक शुक्ला, सुनील अग्रवाल आदि गणमान नागरिक उपस्थित रहे।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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