दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामलाल कॉलेज (सांध्य) में 78वें स्वतंत्रता दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफ़ कॉलेज प्रो.बलराम पाणि थे।
कैप्टन अनिल वर्मा की अगुवाई में मुख्य अतिथि के आगमन पर कॉलेज परिसर में उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया। कॉलेज के प्राचार्य के सान्निध्य में ध्वजारोहण एवं वृक्षारोपण का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
उसके बाद कॉलेज के सेमीनार हॉल में सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारंभ दीपप्रज्वलन से हुआ। इस कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य प्रो.नचिकेता सिंह ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि इतनी व्यस्तता के बावजूद मुख्य अतिथि के रूप में पाणि जी का आना हम सबके लिए उत्साहित करने वाली बात है। स्वतंत्रता केवल बाहरी दिखावे की चीज़ नहीं है,यह मन में अवस्थित भाव है। इसीलिए हमें इसे हमेशा मन से महसूस करना होगा। तभी सही मायने में इस दिन की महत्ता है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों को बहुत सीखने को मिलता है। उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्यक्रम के कन्वेनर के साथ जुड़े सभी अध्यापकों,नॉन टीचिंग स्टाफ़ के पदाधिकारियों और विद्यार्थियों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेज प्रो.बलराम पाणि ने बच्चों को इस कार्यक्रम के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस का भाव एक दिन के लिए ही केंद्रीकृत नहीं होना चाहिए। हमें हर रोज़ इस भाव को जाग्रत रखना चाहिए। स्वतंत्रता हर व्यक्ति का अधिकार है। व्यक्ति की स्वतंत्रता सच्चे राष्ट्र निर्माण की नींव होती है। इसलिए इसे सहेजने की बहुत जरूरत है।
इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में अनेक विद्यार्थियों ने देशभक्ति की कविताओं ,भाषण एवं नृत्य आदि कलाओं का कलात्मक प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की कन्वेनर प्रो.सुमित्रा महरोल ने मंचासीन सभी सम्मानित सदस्यों के साथ सभागार में उपस्थित सभी अध्यापकों, नॉन टीचिंग स्टाफ़ और विद्यार्थियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रो. बलराम पाणि जैसे व्यक्तित्व का सान्निध्य और आशीर्वाद हमारे अंदर मानवीय मूल्यों को मजबूत करेगा। उन्होंने आगे कॉलेज के प्राचार्य जी का आभार व्यक्त करते हुए उनकी कार्यशैली, सक्रियता को प्रेरणादायक बताने के साथ,यह विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में कॉलेज नवीन ऊंचाइयों को छुएगा।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज कुमार मिश्र ने किया।
रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल
स्वतंत्रता दिवस का भाव एक दिन के लिए ही केंद्रीकृत नहीं होना चाहिए – प्रो.बलराम पाणि
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