कौशाम्बी। जनपद में कोरोना महामारी से जंग की तैयारी में योगा एक बड़ा हथियार बनकर उभरा है। गुरूवार को क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए आश्रम पद्धति विद्यालयों में प्रवासियों के लिए योगा क्लासेज शुरू कर दी गई है। जिसमे प्रवासियों 14 दिन रहकर खुद को तरो-ताज़ा, ऊर्जावान और निरोगी रखने के लिए योगासन कर रहे है।
गौरतलब है कि कोरोना को हारने के लिए हर ख़ास ओ आम शख्स अपने अपने तरीके से जंग लड़ रहा है। सरकार ने जनहानि को कम करने के लिए लॉक-डाउन कर रखा है। जनपद के बाहर से आने वाले प्रवासियों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए है। आकड़ो में अब तक जिले में 18 हज़ार से अधिक लोग लॉक-डाउन होने के बाद से आ चुके है। जिन्हे एतिहातन क्वारंटाइन सेंटरों में 14 दिन की अवधि बितानी पड़ रही है। काफी संख्या में लोग 14 दिन की अवधि पूरी कर अपने घरो को जा चुके है। जो नए लोग आये है उन्हें भरसवा, बरैसा व् ककोढ़ा आश्रम पद्धति विद्यालयों में बने क्वारंटाइन सेंटरों में रखा गया है। यहाँ पर प्रवासी खुद को फिट और ऊर्जावान बनाये रख सके इसलिए योग का सहारा लेना शुरू किया गया है। जिसमे प्रवासी प्रतिदिन सुबह उठकर सूर्य-नमस्कार, प्राणायाम जैसे योगासन कर रहे है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पीएन चतुर्वेदी ने बताया कि प्रवासियों को सुरक्षित रखने के साथ ही उन्हें ऊर्जावान व् मजबूत इम्यून सिस्टम देने के लिए योग का सहारा लिया जा रहा है। जनपद स्तर पर योग टीचरों की मदद से हर क्वारंटाइन सेंटर पर योगा की क्लासेज सुबह कराई जानी प्रारम्भ की गई है। इसका मकसद कोरोना से जारी जंग में हर बासिन्दे को मजबूत इम्यून सिस्टम देकर निरोगी बनाना है।