रायबरेली – कार्तिक पूर्णिमा मेले के अवसर पर कस्बे में आयोजित आठ दिवसीय डलमऊ महोत्सव के चौथे दिन आयोजित कवि सम्मेलन मे कविताओं से उड़ी रस की फुहार तो वही देश भक्ति गीत और धार्मिक गीतों पर समूह नृत्य ने लोगों का मन मोह लिया साथ ही डलमऊ महोत्सव में विभिन्न विभागों की लगी प्रदर्शनी यो का आनंद लेते हुए लोगों ने खूब खरीदारी की डलमऊ कस्बे के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोहल्ला चौहटन मैदान में आयोजित आठ दिवसीय दाम महोत्सव के चौथे दिन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें कवियों द्वारा वीर रस श्रृंगार रस और हास्य रस की कविताओं का पाठ कर रस की फुहार बरसाते हुए लोगों को मन मुग्ध कर दिया कविताओं में उत्तरी गिरिराज हिमालय से नित भूतल पर बल खाती है।
गंगा और डलमऊ को देव माहिमी सहेजती हैं इस धरती को मां गंगा अपने आंचल से सीचती हैं तथा कविता अनमने मन पर सज धज कर तैयार खड़ी है लगता है बिकने को बेटी आज भरे बाजार खड़ी है आदि कविताओं का पाठ कर खूब बजी तालियां इसी क्रम में अंकित राज कृष्ण गुप्त के कलाकार अनु अमन अर्जुन राधिका गिलहरी के कलाकारों द्वारा धार्मिक गीत सज धज के सबसे न्रेयारे लागे राम बोलो जय श्री राम और धार्मिक गीत नैना भीगे भीगे जाए कैसे खुशी यह समाय रामआएंगे खूब तालियां बटोरी और दर्शन मन मुग्ध होकर नाचने लगे इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष ब्रिजेश दत्त गौड़ अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत आरती श्रीवास्तव कोतवाली प्रभारी पवन कुमार सोनकर सोहराब अली दिनेश त्रिपाठी गिरजा शंकर त्रिपाठी सतीश जायसवाल घनश्याम जायसवाल ओम नारायण गुप्ता आदि के साथ सैकड़ो दर्शक मौजूद रहे।
रिपोर्ट- विमल मौर्य
डलमऊ महोत्सव में चौथे दिन आयोजित कवि सम्मेलन में कविताओं से उड़ी रस की फुहार
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