नवनिर्मित रेलवे टैंक कॉलोनी बिना पानी सप्लाई के हैंडओवर कर ली गई!
रायबरेली – हाल ही में नवनिर्मित रेलवे टैंक कॉलोनी में व्यवस्थित पेयजल सप्लाई न होने की वजह से कर्मचारी प्राइवेट टैंकर मंगाकर एक हफ्ते से अपना काम चला रहे हैं और रायबरेली रेलवे का जिम्मेदार विभाग और अधिकारी हाथ में हाथ रख कर बैठे हैं। विभागीय सूत्रों के माने तो न्यू रेलवे टैंक कॉलोनी बिना समुचित पेयजल आपूर्ति के हैंडओवर कर ली गई है जिस समरसेबल पंप को कॉलोनी निर्माण के लिए ठेकेदारों ने लगाया था उसी से आपूर्ति चालू कर दी गई थी और रेलवे कॉलोनी को बिना देखे हैंड ओवर कर लिया था। विगत वर्ष जब समरसेबल जल गया तो कर्मचारियों ने खर्च करके प्राइवेट समरसेबल मोटर लगवाया। चुकी लोड ज्यादा है इस वजह से छोटी मोटर लगातार जल जा रही है। रेलवे के जिम्मेदार विभाग ने हाथ खड़े कर दिए हैं ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अरबो रुपए खर्च करने के बाद जमीनी स्तर पर अगर ऐसे हालत है तो इसका जवाबदेह कौन है? कर्मचारियों ने बताया कि अक्सर कही न कहीं पानी की पाइप फूट जाती है तो नई बनी कॉलोनी में पेयजल आपूर्ति का कनेक्शन तक नहीं दिया गया छोटी समरसेबल के जरिए 8 कॉलोनी मे पेयजल की आपूर्ति होती है इस वजह से मोटर अक्सर जल जाती है। विभागीय सूत्रों के माने तो इस सब की जिम्मेदारी विजय पाल की है उसकी देखरेख में मेंटेनेंस का कार्य किया जाता है लेकिन उसकी लापरवाह कार्यशैली के चलते कर्मचारियों को आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
रेलवे के द्वारा विगत 10 वर्षों में अरबो रुपए रायबरेली रेलवे स्टेशन और कॉलोनी के इंफ्रास्ट्रक्चर में खर्च किए गए हैं लेकिन हालात बेहद खराब है। उच्च अधिकारियों की लापरवाह कार्यशैली के चलते खराब गुणवत्ता का कार्य रेलवे कॉलोनी में कराया गया है जिसकी वजह से हाल – बेहाल है विगत 10 वर्षों में हुए रेलवे के सभी कार्यों में जांच की जरूरत है!