छतो पर लटकते तारों से हादसे की आशंका बनी है
वाराणसी: राजातालाब क्षेत्र में स्थित कचनार गांव में आराजी संख्या 712 चकरोड पर विद्युत पोल तो लगा दिए हैं, लेकिन तार लगाने वाला कोई नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों में रोष देखने को मिल रहा है।
यहाँ के निवासियों विजय शंकर जायसवाल, सोनू सोनकर, राजकुमार पटेल, अंकित जायसवाल, विवेक कुमार, आनंद कुमार आदि के अनुसार यहाँ एक साल से अधिक लंबे समय से बिजली के तार झूल रहे थे। इस संबंध में विद्युत निगम के अधिकारियों को अवगत कराया गया तो उन्होंने नए पोल लगाने की बात कही। उन्होंने तर्क दिया कि एक व्यक्ति बिजली के नए पोल नहीं लगाने दे रहा है। इसके कारण विद्युत निगम ने एक साल से अधिक समय लगा दिया। अब बिजली विभाग ने नए बिजली के पोल भी खड़े कर दिए। पोल खड़े करने के बाद संबंधित अधिकारियों को अवगत भी करवा दिया। बावजूद इसके बिजली के तार पोल पर लगाने की कवायद देखने को नहीं मिल रही है। ऐसे में बिजली के झूलते तारों से हादसा होने की आशंका बनी हुई है।
लटकते द्युत तार से हादसे की आशंका
क्षेत्र के कचनार गांव में छतो और खाली प्लाटों में लटकते तार से हादसे की आशंका बनी हुई है। लटकते तारों जो लोगों के छतों तक आम रास्ते पर पड़ा है। ऐसे में किसी व्यक्ति या पशु के उसकी चपेट में आ जाने से हादसे की आशंका बनी हुई है। जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इस बारे में कई बार बिजली विभाग को अवगत भी करवाया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उधर सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि लोकायुक्त जांच में जहां पोल गाड़े जा रहे हैं उस चकरोड को तीन सदस्यीय समिति ने मय खड़ंजा खाली होने यानी चकरोड अवैध क़ब्ज़ा मुक्त है के बावजूद यहाँ लगाए जा रहें पोल पर विद्युतीकरण क्यू नहीं कराया जा रहा है यह हमारी समझ के परे हैं उन्होंने चेतावनी दी है कि 24 घंटे के अंदर शेष पोल गाड़कर विद्युतीकरण नही कराया गया तो उच्चाधिकारियों से शिकायत किया जाएगा।
रिपोर्ट- राजकुमार गुप्ता