- वतन वापसी कर घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों को आवश्यक सुविधाएं न दे पाने पर भड़के विधायक
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेज दोनों अफसरों की शिकायत की
रिपोर्ट – H. K. Poddar
महोबा– उत्तर प्रदेश की चरखारी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने कोरोना संकट में पैदल घर वापसी कर रहे सूबे के प्रवासी मजदूरों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध न करा पाने पर महोबा के जिलाधिकारी ओर पुलिस अधीक्षक को अनाड़ी अधिकारियों की संज्ञा दे उनकी कड़ी आलोचना की है।
विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने आज एक पत्रकार वार्ता में कहा कि कोविड 19 के आपदाकाल में महोबा जिले में पुलिस और प्रशासन के दोनों शीर्ष अधिकारी अपने कर्तव्य के निर्वहन में अक्षम साबित हुए है। हर रोज यहां राज्य सीमा के कैमाहा बॉर्डर पर जुटने वाले प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण, भोजन-पानी की उपलब्धता तथा उन्हें वाहनों से गंतब्य तक सकुशल एवम सुरक्षित तरीके से भेजे जाने की जिम्मेवारी भी वह ठीक तरह से नही निभा पा रहे है। जिलाधिकारी अवधेश तिवारी व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार के आपदा के इस मौके पर ठोस व उचित निर्णय न ले पाने से बार-बार समस्याएं खड़ी हो रही है। जिले में सैकड़ो की संख्या में मजदूर भूखे-प्यासे, लाचार व परेशान घूम रहे है। कोई उनकी फिक्र करने वाला नही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उन्होंने इस संबंध में विस्तृत रूप से शिकायत भेज सारी स्थितियों से अवगत कराया है।
भाजपा विधायक ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोरोना संकट से निबटने के लिए राज्य सरकार द्वारा महोबा जिले को पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया गया है। किंतु इस धनराशि का सही तरीके से इस्तेमाल होता हुआ नही दिख रहा।आपदा से निबटने के उपाय अमल में नही लाये जा रहे। धरातल पर काम करने की बजाय अधिकारी वर्ग चापलूसों व चाटुकारों से घिरकर वाहवाही लूटने में मस्त है। विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने पत्रकार वार्ता में अपने किसी प्रकार के ठेका,पट्टा तथा अन्य अवैध कार्य न संचालित होने को लेकर सफाई दी। उन्होंने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को पूरे समय निशाने पर रखा और उन पर जमकर भड़ास निकाली। अधिकारियों को नसीहत दी कि आईएएस व आईपीएस की डिग्री लेकर आमजनता पर रुआब दिखाने की बजाय वे जनसेवा के अपने दायित्व एवम कर्तब्य का निर्वहन करे।