शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने खनन क्षेत्र में भेजी टीम, हड़कम्प

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काल्पनिक तस्वीर

संदीप रिछारिया(वरिष्ठ संपादक)

चित्रकूट । कोरोना के डर के साथ लाकडाउन के दौरान राजस्व संग्रह व मजदूरों को काम देने की मंशा से खनिज विभाग के कामों को छूट दी गई। लिहाजा पहाड़ो पर विस्फोटकों के साथ मशीनों के पट्टे चलने लगे। पूरे बुन्देलखण्ड के हर जिले में इस काम को लाकडाउन-2 के दौरान ही शुरू करा दिया गया। अधिकारियों की व्यस्तता के साथ ही सड़कों के खाली रहने का फायदा खनिज से जुड़े व्यवसायियों ने खूब उठाया। कई जिलों में शिकायते भी खूब हुई,पर चित्रकूट जिले में की गई एक शिकायत पर डीएम ने संज्ञान लेकर जांच समिति गठित कर रिपोर्ट मांगी। मंगलवार को जब जांच समिति मौके पर पहुँची तो वहाँ हड़कम्प मच गया। वैसे शिकायतकर्ता भी पत्थर व्यवसाय से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।

भरतकूप क्षेत्र अंतर्गत रौली कल्याणपुर में वर्षों से पट्टेधारक द्वारा सीमांकन क्षेत्र से अधिक खनन करने के मामले की शिकायत कर्वी निवासी विकास उपाध्याय पुत्र स्व. विजय शंकर उपाध्याय ने जिलाधिकारी सहित मंडलायुक्त को शिकायती पत्र भेजकर की थी। उन्होंने अपने पत्र में बताया कि पट्टेधारक अजय वाजपेयी की खदान संख्या 2434 खण्ड 3 में 5 एकड़ का पट्टा है, जो कि 22,10,2011 से 21,10,2021 तक स्वीकृत है। जिसमें पट्टेधारक अजय वाजपेयी लगातार वर्षों से सीमांकन से अधिक खनन कर रहा है। जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने शिकायती पत्र व मामले को संज्ञान में लेते हुये सदर तहदीलदार, खनिज अधिकारी व सर्वेयर सहित 3 सदस्यीय टीम गठित कर मामले की जांच कर कार्यवाही रिपोर्ट देने की बात कही। जांच टीम के पहुचते ही पट्टेधारकों में हड़कम्प मचा हुआ है।

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