●दुकानों की बिक्री न होने से चिन्तित है आबकारी ठेकेदार
झाँसी —वैश्विक महामारी कोरोना के कारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था एवं आमजन मानस के रोजगार के साधनों पर गंभीर प्रभाव पड़ा है ।आमजन मानस में व्याप्त भय एवं लाकडाउन होने के कारण लोगो को खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है ।देश व प्रदेश स्तर पर भी गरीब और जरूरत मंद लोगो को इस विपदा और भुखमरी से बचाने के लिए अनेको राहत के कार्य किये जा रहे है । देशी शराब का सेवन अधिकाश गरीब और दैनिक मजदूर करने वाले ही करते है । जिसके लिए आज की परिस्थिति में अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करना भी मुश्किल हो रहा है । साथ ही रोजगार न होना और बढ़ते संकमण के चलते लोग अपने गृह जनपद को पलायन कर चुके है साथ ही बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देशी शराब की दुकानों पर संचालित होने वाली कैंटीन जिसके कारण लगभग 50प्रतिशत बिक्री पर निर्भर थी वो भी बन्द है उपरोक्त कारणों से आज के समय मे फुटकर शराब की दुकानों की बिक्री अपनी औसत बिक्री का एक चौथाई ही हो पा रही है ।
जैसा कि विदित है कि न केवल भारत ही अपितु पूरे विश्व की आर्थिक विकास दर अत्यधिक गिर जाने के कारण अर्थव्यवस्था चरमरा गई है सत्र आरम्भ होने पर सम्पूर्ण बिक्री 50 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक प्रभावित रहेगी क्यों कि देशी मदिरा का 80 से 90 प्रतिशत तक उपभोक्ता गरीब तबका है विदेशी मदिरा और बियर का 50 प्रतिशत गरीब तबका है इस लिए दुकानों की बिक्री भी प्रभावित हो गई है । जिसके चलते शराब विक्रेताओं में चिन्ता के बादल छा गए है । आज शराब विक्रेताओं ने आबकारी मन्त्री को संबोधित ज्ञापन जिला आबकारी अधिकारी को सौंपा ।